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लहसुन : आइए समझते हैं बुवाई की विधि
लहसुन : आइए समझते हैं बुवाई की विधि
मसाले के तौर पर लहसुन का प्रयोग होने के कारण इसकी मांग पूरे वर्ष रहती है। लहसुन की खेती किसानों की आय बढ़ाने के लिए एक अच्छा स्रोत साबित हो सकती है। अगर आप लहसुन की खेती कर रहे हैं तो इसकी बुआई के समय कुछ बातों को ध्यान में रखना आवश्यक है। तो चलिए समझते हैं लहसुन की बुवाई की विधि।
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लहसुन की एक गांठ में कई कलियां होती हैं। बुवाई से पहले गांठ से सभी कलियों को अलग कर लें।
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बुवाई के लिए बड़ी कलियों का प्रयोग करें।
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छोटी रोग ग्रस्त या क्षतिग्रस्त कलियों की बुवाई न करें।
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बुवाई से पहले प्रति लीटर पानी में 2 ग्राम थीरम मिलाकर घोल तैयार करें। इस घोल से प्रति किलोग्राम बीज को उपचारित करें।
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इसके बाद प्रति किलोग्राम बीज को 2 ग्राम ट्राइकोडर्मा विरिडी से भी उपचारित करें।
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कलियों के पतले हिस्से को ऊपर रखते हुए 3 से 5 सेंटीमीटर की गहराई में बुवाई करें।
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पौधों से पौधों की दूरी 7 सेंटीमीटर रखें। वहीं कतारों से कतारों की दूरी 12 से 15 सेंटीमीटर रखें।
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लहसुन की कलियों को मिट्टी से ढक कर हल्की सिंचाई करें।
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इस पोस्ट में बताई गई बातों को ध्यान में रखकर बुवाई करने से आप लहसुन की उच्च गुणवत्ता की फसल प्राप्त कर सकेंगे। यदि आपको यह जानकारी महत्वपूर्ण लगी है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। लहसुन की खेती से जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।
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