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फसलों में कैसे करें फल मक्खी कीट पर नियंत्रण
फसलों में कैसे करें फल मक्खी कीट पर नियंत्रण
फल मक्खी कीट के कारण फलों के टेढ़े होने की समस्या देखने को मिलती है। ये कीट फलों की सतह पर छेद करते हैं और फल के अंदर घुसकर अंडे देते हैं। जिससे फलों की गुणवत्ता और उत्पादकता प्रभावित होती है और फल टेढ़े होने लगते हैं। अधिक प्रकोप के बाद नियंत्रित करना कठिन होता है। कीट का शरीर लाल भूरे रंग और सुनहरे रंग का होता है। इसके साथ ही उसके शरीर पर धारियों के साथ पारदर्शी और चमकदार पंख होते हैं और केवल एक कीट लगभग 40 फलों को सड़ाने का कारण बनता है।
लौकी में फल मक्खी से होने वाले नुकसान
- यह ज्यादातर नए और कोमल फलों पर हमला करती है।
- फल समय से पहले गिरने लगते हैं।
- छेदों से फलों का रस निकलता हुआ दिखाई देता है। जिससे यह छेद ग्रसित होकर सड़ने लगता है।
- फल टेढ़े-मेढ़े हो जाते हैं।
- फलों की गुणवत्ता और उत्पादकता कम हो जाती है।
फल मक्खी को नियंत्रण करने के उपाय
- प्रभावित पौधों को नष्ट कर दें।
- गर्मियों में गहरी जुताई और पौधों के आसपास खुदाई करें।
- फल मक्खी पर नियंत्रण के लिए प्रति एकड़ खेत में 54-88 ग्राम इमामेक्टिन बेंजोएट 5% एस.जी. (देहात इल्लीगो) का प्रयोग करें।
- फ्लुबेंडियामाइड 8.33 % + डेल्टामेथ्रिन 5.56 % w/w SC (बायर फेनोस क्विक) की 100-125 मिलीलीटर मात्रा का प्रति एकड़ की दर से प्रयोग करें।
- एक एकड़ खेत में 4-6 पीले रंग के चिपचिपे ट्रैप लगाएं।
फल मक्खी पर नियंत्रण के लिए आप किन दवाओं का प्रयोग करते हैं? अपने जवाब एवं अनुभव हमें कमेंट के माध्यम से बताएं। इसके साथ ही कृषि संबंधी किसी भी समस्या के समाधान के लिए हमारे टोल फ्री नंबर 1800- 1036-110 पर संपर्क करें। यह जानकारी महत्वपूर्ण लगी हो तो इस पोस्ट को लाइक एवं शेयर करना न भूलें।
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