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कुलफा की खेती से बंपर मुनाफा कमा सकते हैं किसान, जाने खेती से जुड़ी जानकारी
कुलफा की खेती से बंपर मुनाफा कमा सकते हैं किसान, जाने खेती से जुड़ी जानकारी
कुलफा एक औषधीय पौधा है, जो एंटीऑक्सीडेंट्स और मिनरल्स का अच्छा स्रोत होने के साथ ही विटामिन ए, विटामिन सी, आयरन और कैल्शियम से भरपूर होता है। यह साग शरीर को चुस्त रखता है और रक्तचाप नियंत्रण में भी नियंत्रण करता है। कुलफा आम तौर पर एक खरपतवार की तरह देखा जाता है। यह एक छोटा सा पौधा होता है जिसकी छोटी, रेशेदार गोल पत्तियां होती है जिनसे एक लसलसा पदार्थ निकलता है। यह एक कठोर पौधा है और रूखे मौसम और परिस्थितियों में भी आराम से जी सकता है। किसान भाई आमतौर पर इसे खरपतवार समझ कर खाली खेत में फसल से पहले इसे जुताई के साथ निकाल देते हैं।
कुलफा के औषधीय गुण
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कुलफा का सेवन हड्डियों को मजबूत बनाता है।
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डायबिटीज के रोगियों के लिए कुलफा एक मददगार औषधि है।
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आंखों की रोशनी बढ़ाने में भी कुलफा का प्रयोग किया जाता है।
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शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली बढ़ाने में भी कुलफा एक असरदार औषधि है।
खेती का समय
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कुलफा की खेती के लिए सबसे उपयुक्त मौसम मानसून का होता है।
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जुलाई और अगस्त का महीना कुलफा की खेती के लिए सर्वोत्तम होता है।
खेती के लिए उपयुक्त खेती
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कुलफा की खेती किसी भी प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है।
कुलफा के पौधों की देखभाल
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मिट्टी में नमी बनाए रखें।
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ज्यादा पानी देने से जड़े सड़ सकती हैं, इसलिए पौधों को अधिक पानी देने से बचें।
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पौधों को पूर्ण सूर्य प्रकाश की आवश्यकता होता है। इसलिए पौधों को उचित धूप वाले स्थान में ही बोए।
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पौधों की नियमित रूप से जांच करते रहें और कीट और रोगों का प्रकोप दिखने पर तुरंत दवा का छिड़काव करें।
कुलफा की कटाई
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कुलफा के बीज 4 से 10 दिन के भीतर अंकुरित हो जाते हैं।
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1 महीने बाद या 4 से 6 हफ्ते के अंतर्गत कुलफा के पौधे खाने के लिए तैयार हो जाते हैं।
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