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करनी है चाय की खेती तो जान लें यह बातें
करनी है चाय की खेती तो जान लें यह बातें
भारत में दुनिया की लगभग 27 प्रतिशत चाय का उत्पादन होता है। हमारे देश में असाम, उत्तराखंड, बिहार, मणिपुर , सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, मिज़ोरम, नागालैंड आदि राज्यों में चाय की खेती की जाती है। एक रिपोर्ट के अनुसार देश में हर वर्ष 563.98 हज़ार हेक्टेयर क्षेत्रफल में लगभग 1208.78 मिलियन किलोग्राम चाय का उत्पादन किया जाता है। अगर आप भी करना चाहते हैं चाय की खेती तो चलिए जानते हैं इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां।
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चाय मुख्य रूप से 4 प्रकार के होते हैं। ग्रीन टी, ब्लैक टी, व्हाइट टी और ऊलोंग टी।
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चीनी, असमी, कांगड़ा चाय, व्हाइट पिओनी, सिल्वर नीडल व्हाइट चाय, इसकी उन्नत किस्मों के शामिल हैं।
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इसकी खेती दो तरह से की जाती है। पहला है बीजों के माध्यम से और दूसरा नर्सरी में पौधे तैयार कर के।
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चाय की फसल को जंगली जानवर नुकसान नहीं पहुंचाते इसलिए यह किसानों के लिए अधिक फायदेमंद साबित होती है।
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किसान एक बार चाय के पौधे लगा कर कई वर्षों तक फसल प्राप्त कर सकते हैं।
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हर 3 महीने में एक बार इसकी कटाई की जा सकती है।
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चाय की खेती के लिए ऐसे स्थानों का चयन करना चाहिए जहां पूरे साल हल्की बारिश हो।
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