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करेले की फसल से ज्यादा फल-फूल लेने के लिए ऐसे करें उचित उर्वरक प्रबंधन
करेले की फसल से ज्यादा फल-फूल लेने के लिए ऐसे करें उचित उर्वरक प्रबंधन
करेला एक ग्रीष्मकालीन सब्जी है। यह पौष्टिक एवं औषधीय गुणों से भरपूर है। इसका स्वाद कड़वा होता है। कुछ क्षेत्रों में इसे कड़वे तरबूज के नाम से जाना जाता है। यह एक लोकप्रिय सब्जी है, इसकी खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। करेले की खेती से अधिक उत्पादन लेने के लिए सही देखभाल की आवश्यकता होती है। अधिक संख्या में फल और फूल प्राप्त करने के लिए विशेष ध्यान देना पड़ता है, नहीं तो इसके उत्पादन पर असर देखने को मिलता है। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम किसानों को करेले की फसल में फल-फूल की मात्रा बढ़ाने के लिए उर्वरक एवं इसकी उचित मात्रा की जानकरी देंगे। जानने के लिए पढ़िए यह आर्टिकल।
करेले की फसल में फल-फूल की मात्रा बढ़ाने के लिए उर्वरक प्रबंधन
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खेत तैयार करते समय प्रति एकड़ खेत में 10 से 15 टन अच्छी तरह से गली हुई रूड़ी की खाद मिलाएं।
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प्रति एकड़ खेत में नाइट्रोजन 13 किलोग्राम (30 किलोग्राम यूरिया), फॉस्फोरस 20 किलोग्राम (125 किलोग्राम सिंगल सुपर फासफेट) एवं पोटैशियम 20 किलोग्राम (म्यूरेट ऑफ पोटाश 35 किलोग्राम) की आवश्यकता होती है।
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बुवाई से पहले फॉस्फोरस और पोटैशियम की पूरी मात्रा और नाइट्रोजन की एक तिहाई मात्रा का प्रयोग करें।
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बाकी बचे नाइट्रोजन का प्रयोग बुवाई के 30 दिनों बाद करें।
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बुवाई के समय खाद को कतारों में बीज के ठीक नीचे डालें।
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करेले में गंधक युक्त उर्वरक जैसे सिंगल सुपर फास्फेट, अमोनियम सल्फेट, जिप्सम, आदि का उपयोग करें।
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गंधक की कमी वाले क्षेत्र में 8 किलोग्राम गंधक को प्रति एकड़ गंधक युक्त उर्वरकों के माध्यम से दें।
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फूल आते समय 30 किलोग्राम यूरिया का छिड़काव करें।
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फूल एवं फलों की संख्या बढ़ाने के लिए 15 लीटर पानी में 2 मिलीलीटर देहात फ्रूट प्लस मिला कर छिड़काव करें।
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फूल आते समय इथरेल 0.5 मिलीलीटर को प्रति लीटर पानी में घोल कर फसल पर छिड़काव करें। इससे मादा फूलों की संख्या बढ़ जाती है और उपज में भी वृद्धि होगी।
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आशा है कि यह जानकारी आपके लिए लाभकारी साबित होगी। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा लाइक करें और अपने किसान मित्रों के साथ जानकारी साझा करें। जिससे अधिक से अधिक लोग इस जानकारी का लाभ उठा सकें और करेले की खेती में फल-फूल की मात्रा के लिए उचित उर्वरक प्रबंध कर, फसल से अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकें। इससे संबंधित यदि आपके कोई सवाल हैं तो आप हमसे कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं। कृषि संबंधी अन्य रोचक एवं महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए जुड़े रहें देहात से।
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