पोस्ट विवरण
सुने
रोग
करेला
कल्पना
कृषि विशेषयज्ञ
2 year
Follow

करेले की फसल को मोजैक वायरस रोग से बचाने के सटीक उपाय

करेले की फसल को मोजैक वायरस रोग से बचाने के सटीक उपाय

करेले के आलावा मोजैक वायरस रोग से कई अन्य फसलें भी बुरी तरह प्रभावित होती हैं। जिनमे खीरा, कद्दू, लौकी, सेम, तरबूज, तुरई, आदि शामिल है। यह बहुत तेजी से फैलने वाला रोग है। समय रहते यदि इस रोग पर नियंत्रण नहीं किया गया तो 4 से 5 दिनों में पूरे खेत की फसल इस रोग से प्रभावित हो सकती है। कई बार सही जानकारी नहीं होने के कारण इस रोग पर नियंत्रण करना बहुत कठिन होता है। अगर आप भी कर रहे हैं करेला की खेती और मोजैक वायरस रोग से हैं परेशान तो इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ें। आइए करेले की फसल में होने वाले मोजैक वायरस रोग पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।

मोजैक वायरस रोग के लक्षण

  • इस रोग से प्रभावित पौधों की पत्तियों में पीले रंग के धब्बे उभरने लगते हैं।

  • समय के साथ धब्बों के आकार में भी वृद्धि होती है।

  • यह धब्बे सामान्यतौर पर शिराओं से शुरू होते हैं।

  • रोग बढ़ने के साथ पत्तियां सिकुड़ने लगती हैं।

  • पौधों के विकास में बाधा आती है।

  • पौधों में निकलने वाले पुष्प गुच्छों में बदलने लगते हैं।

  • यदि पौधों में फल आ गए हैं तो फलों पर भी हल्के पीले रंग के धब्बे उभरने लगते हैं।

मोजैक वायरस रोग पर नियंत्रण के तरीके

  • रोग को फैलने से रोकने के लिए प्रभावित पौधों को नष्ट कर दें।

  • मोजेक वायरस रोग से प्रतिरोधक किस्मों का चयन करें।

  • रोग की प्रारंभिक अवस्था में प्रति लीटर पानी में 2 से 3 मिलीलीटर नीम का तेल मिलाकर छिड़काव करें।

  • प्रति लीटर पानी में 2 मिलीलीटर डाईमेथोएट 30 ई.सी. मिलाकर छिड़काव करें। आवश्यकता होने पर 10 दिनों के बाद दोबारा छिड़काव कर सकते हैं।

  • इसके अलावा प्रति लीटर पानी में 1 मिलीलीटर इमिडाक्लोप्रिड 200 एस.एल. मिलाकर भी छिड़काव किया जा सकता है।

यह भी पढ़ें :

  • करेले की पत्तियों के सिकुड़ने का कारण एवं नियंत्रण के तरीके जानने के लिए यहां क्लिक करें।

हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको इस पोस्ट में दी गई जानकारी पसंद आई है तो हमारे पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अन्य किसान मित्र भी इस जानकारी का लाभ उठाते हुए करेले की फसल को मोजैक वायरस रोग से बचा सकें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।

22 Likes
1 Comment
Like
Comment
Share
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ

फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ