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कपास में लगा है मिलीबग कीट? जानें नियंत्रण का सबसे सटीक उपाय
कपास में लगा है मिलीबग कीट? जानें नियंत्रण का सबसे सटीक उपाय
मिली बग क्या है?
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यह कीट एक रूईदार गुच्छे की तरह दिखाई देता है जो कपास की पत्तियों, फलों, फूलों तथा तने की निचली तरफ झुंड में पाया जाता है।
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यह कीट अंडाकार होते हैं और पौधों से रस का अवशोषण करते हैं।
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कीट एक मोम की परत से ढका होता है। जिससे इस पर कीटनाशक का प्रयोग कम होता है।
मिलीबग से होने वाले नुकसान
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यह कीट पौधों से रस चूसकर पौधों में पोषक तत्वों की मात्रा में कमी कर देता है।
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मिलीबग पौधों का रस चूसते समय एक चिपचिपे पदार्थ का स्राव करते हैं। जिन पर चीटियां और फफूंद का द्वितीय संक्रमण होता है।
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जिससे प्रकाश संश्लेषण की क्रिया प्रभावित होती है।
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पत्तियां सिकुड़ने और मुड़ने लगती है और पौधा पीला होने लगता है।
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संक्रमण के कारण पौधों में विकास रुक जाता है और उत्पादन में कमी आती है।
नियंत्रण के उपाय
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खेतों में और खेतों के आस-पास खरपतवार न होने दें।
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लगातार फसल की निगरानी करते रहें और संक्रमण दिखते ही फसल में अच्छे कीटनाशक का प्रयोग करें।
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15 लीटर पानी में 35-40 मिलीलीटर प्रोफेनोफॉस 50 ईसी मिला कर छिड़काव करें।
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संक्रमण बढ़ने पर प्रति एकड़ खेत में 400 से 600 मिलीलीटर प्रोफेनोफॉस 40% + साइपरमेथ्रीन 4% ईसी का छिड़काव करें।
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