पोस्ट विवरण
कपास की पत्तियों का मुरझाना
कपास की पत्तियों का मुरझाना
कपास की पत्तियों का तेजी से मुरझाने का एक बड़ा कारण है उखेड़ा रोग। एक ही खेत में बार-बार एक ही फसल की बिजाई करने पर इस रोग के होने की संभावना बढ़ जाती है। बहुत तेजी से फैलने वाले इस रोग के कारण बहुत कम समय में पूरी फसल नष्ट हो सकती है। इस रोग की शुरूआती अवस्था में पत्तियां पीली होने लगती हैं। कुछ समय बाद पूरी पत्तियों पर पीलापन फैल जाता है और पत्तियां मुरझा कर गिरने लगती हैं। कपास की फसल को उखेड़ा रोग से बचाने इके लिए फसल चक्र अपनाएं। बात करें नियंत्रण की तो, इस पर नियंत्रण के लिए रोग के शुरूआती लक्षण नजर आने के 48 घंटे के अंदर 200 लीटर पानी में 2 ग्राम कोबाल्ट क्लोराइड नामक दवा मिला कर प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें। इसके अलावा आप 200 लीटर पानी 6 से 8 ग्राम स्टैप्टोसाइकलीन मिला कर प्रति एकड़ की दर से छिड़काव कर सकते हैं।
अगर आपको यह जानकारी रोचक एवं महत्वपूर्ण लगी है तो इस पोस्ट को लाइक एवं अन्य किसान मित्रों के साथ साझा करना न भूलें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें। आप चाहें तो देहात के टोल फ्री नंबर 1800-1036-110 पर सम्पर्क कर के भी कपास की खेती से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। कृषि संबंधी अन्य ज्ञानवर्धक जानकारियों के लिए जुड़े रहें देहात से।
जारी रखने के लिए कृपया लॉगिन करें
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ