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कपास की इन उन्नत किस्मों से होगी भरपूर पैदावार
कपास की इन उन्नत किस्मों से होगी भरपूर पैदावार
भारत में लगभग 90 लाख हेक्टेयर भूमि में रेशे के लिए कपास की खेती की जाती है। कपास की खेती किसानों के लिए बहुत लाभदायक होती है। यदि आप भी कपास की खेती करना चाहते हैं तो आपको इसकी प्रमुख किस्मों की जानकारी होनी चाहिए। इस पोस्ट के माध्यम से आप कपास की उन्नत किस्मों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
कपास की कुछ प्रमुख उन्नत किस्में
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एच डी- 324 : यह कपास की एक देशी किस्म है। इस किस्म के पौधे लाल रंग के होते हैं। पत्ते लाल और मध्यम आकार के हटे हैं। फूलों का रंग गुलाबी होता है। पौधे में 3 से 4 मजबूत शाखाएं होती हैं। इसके रेशे की औसत लम्बाई 15 से 16 मिलीमीटर 42 प्रतिशत रूई होता है। फसल को तैयार होने में 175 से 180 दिनों का समय लगता है। प्रति एकड़ खेत से करीब 8 से 9 क्विंटल पैदावार होती है।
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एच डी- 432 : इस किस्म के पौधों का तना एवं पत्तियों का रंग हरा होता है। फूल छोटे एवं सफेद रंग के होते हैं, जिसके अंदर लाल रंग के धब्बे होते हैं। पौधों का तना मजबूत होता है जिससे पौधों के गिरने की समस्या नहीं होती है। फसल 160 से 170 दिनों में तैयार हो जाता है। इस किस्म में 39.3 प्रतिशत रूई की मात्रा होती है। रेशे की लम्बाई करीब 21.2 मिलीमीटर है। प्रति एकड़ खेत से लगभग 8.6 से 15.4 क्विंटल तक पैदावार होती है।
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राज डी एच- 9 : यह एक देशी संकर किस्म है। इस किस्म के पौधों की लम्बाई 140 से 145 सेंटीमीटर होती है। पत्ते हल्के हरे रंग एवं अर्द्ध चौड़े आकार के होते हैं। फूल पीले रंग के होते हैं। फूल की पखुड़ियों के अंदर लाल रंग के धब्बे होते हैं। इस किस्म में रेशों की मात्रा 39 प्रतिशत होती है। फसल को तैयार होने में 160 से 170 दिनों का समय लगता है। प्रति एकड़ भूमि में खेती करने से 11 से 13 क्विंटल तक पैदावार होती है।
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आर जी- 18 : इस किस्म के पौधों की लम्बाई 130 से 140 सेंटीमीटर होती है। पत्तियों का रंग बैंगनी एवं फूलों का रंग गुलाबी होता है। फूलों पर गहरे हरे रंग के धब्बे होते हैं। यह किस्म जड़गलन रोग के प्रति सहनशील है। प्रति एकड़ खेत से 10 से 12 क्विंटल तक पैदावार होती है।
इसके अलावा हमारे देश में कपास की कई अन्य किस्मों की खेती भी की जाती है। जिनमे एच डी- 123, आर जी- 8, एच डी- 324, एच डी-123, आदि कई किस्में शामिल हैं।
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हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अन्य किसान मित्र भी इन किस्मों की खेती कर के कपास की अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकें। कपास की खेती से जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।
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