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कीवी की खेती होगी लाखों में कमाई, जानें खेती का उपयुक्त समय
कीवी की खेती होगी लाखों में कमाई, जानें खेती का उपयुक्त समय
कीवी कुछ प्रमुख विदेशी फलों में शामिल है। पिछले कुछ वर्षों से इसकी मांग लगातार बढ़ती जा रही है। भारत में हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, नागालैंड, सिक्किम, मेघालय, केरल एवं अरुणाचलप्रदेश में बड़े पैमाने पर इसकी खेती की जा रही है। बाजार मूल्य अधिक होने के कारण इसकी खेती करने वाले किसान लाखों में कमाई कर सकते हैं। आइए कीवी की खेती पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
कीवी की खेती के लिए उपयुक्त समय
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कीवी के नए पौधों की रोपाई के लिए जनवरी का महीना सबसे उपयुक्त है।
उपयुक्त मिटटी एवं जलवायु
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कीवी की बागवानी के लिए उचित जल निकासी वाली उपजाऊ रेतीली दोमट मिट्टी सर्वोत्तम है।
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पीली-भूरी दोमट मिट्टी भी इसकी खेती के लिए उपयुक्त है।
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मिट्टी का पी.एच. स्तर 5 से 6 के बीच होना चाहिए।
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हल्की उपोष्ण एवं हल्की शीतोष्ठ जलवायु में इसकी खेती करनी चाहिए।
पौधों की संख्या
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प्रति एकड़ भूमि में 160 से 180 पौधे लगाए जा सकते हैं।
फलों की पैदावार
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रोपाई के करीब 4 से 5 वर्ष बाद पौधों में फल आने शुरू हो जाते हैं।
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पौधों में फरवरी महीने में फूल आने शुरू हो जाते हैं।
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पौधों में लगे फल अक्टूबर से नवंबर महीने में पक कर तैयार हो जाते हैं।
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प्रत्येक पौधे से 80 से 100 किलोग्राम तक फलों की पैदावार होती है।
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