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कृषि
डॉ. प्रमोद मुरारी
कृषि विशेषयज्ञ
2 year
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किचन गार्डनिंग : घर की बगिया से ऐसे होगी सब्जियों की पूर्ति

किचन गार्डनिंग : घर की बगिया से ऐसे होगी सब्जियों की पूर्ति

घर की वाटिका में सब्जियों के उत्पादन की प्रक्रिया को किचन गार्डनिंग कहते हैं। घर के आंगन या पिछवाड़े में सब्जियों का उत्पादन करने का प्रचलन सदियों से चला आ रहा है। किचन गार्डन में अलग-अलग मौसम के अनुसार पूरे परिवार के लिए कई तरह की ताजी सब्जियों एवं फलों का उत्पादन किया जाता है। किचन गार्डनिंग से ताजा सब्जियों का यदि आप भी लाभ लेना चाहते हैं तो इससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां यहां से प्राप्त करें।

किचन गार्डन में किन सब्जियों का करें उत्पादन?

  • किचन गार्डन यानी गृह वाटिका में हम टमाटर, बैंगन, पुदीना, करेला, लौकी, तोरई, फूलगोभी, पत्ता गोभी, खीरा, ककड़ी, मटर, मेथी, पालक, मूली, धनिया, भिंडी, मिर्ची, आदि कई सब्जियों का उत्पादन कर सकते हैं।

  • यदि आपके पास खुले जगह की कमी नहीं है तो आप आम, पपीता, केला, नींबू, अमरूद, अनार, आदि फलों के पौधे भी लगा सकते हैं।

किचन गार्डनिंग के समय रखें इन बातों का ध्यान

  • किचन गार्डन के लिए ऐसे स्थान का चयन करें जहां सूर्य की रोशनी आती हो। पौधों के विकास के लिए प्रतिदिन 5 से 6 घंटे सूर्य की रोशनी मिलना आवश्यक है।

  • मिट्टी में यदि पत्थर हैं तो पौधों को लगाने से पहले पत्थरों को निकाल दें।

  • अच्छी गुणवत्ता की सब्जियां एवं फल प्राप्त करने के लिए मिट्टी में गोबर की सड़ी हुई खाद मिलाएं।

  • पौधों में नियमित रूप से सिंचाई करना आवश्यक है।

  • इसके साथ ही यदि घास एवं विभिन्न खरपतवार निकल रहे हैं तो उन पर नियंत्रण करना भी जरूरी है। इसके लिए घास एवं खरपतवारों को हल्के हाथों या खुरपी की सहायता से निकालें।

हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य मित्रों के साथ साझा भी करें। जिससे अधिक से अधिक व्यक्ति अपने घर में गृह वाटिका बनाकर ताजी सब्जियों का उत्पादन कर सकें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें। अपने आने वाले पोस्ट में हम किचन गार्डनिंग से जुड़ी कुछ अन्य जानकारियां साझा करेंगे। तब तक पशुपालन एवं कृषि संबंधी अन्य रोचक जानकारियों के लिए जुड़े रहे देहात से।

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