पोस्ट विवरण
सुने
मक्का
डॉ. प्रमोद मुरारी
कृषि विशेषयज्ञ
1 year
Follow

खरीफ मक्का फसल में इस तरह करें खरपतवार पर नियंत्रण और पाएं अधिक पैदावार

खरीफ मक्का फसल में इस तरह करें खरपतवार पर नियंत्रण और पाएं अधिक पैदावार

खरीफ सीजन में मक्का की खेती में अक्सर खरपतवार का प्रकोप देखने को मिलता है। इससे फसल की पैदावार पर असर पड़ता है। मक्के की फसल में चौड़ी पत्ती एवं सकरी पत्ती वाले खरपतवार मुख्य रूप से पाए जाते हैं। इसमें जंगली जूट, नरकुल, हजारदाना, मोथा, सावा, दूब, चौलाई, मकोई, कुंदा घास, वाइपर घास आदि कई खरपतवार होती हैं। खरपतवार से फसल को पोषक तत्व, नमी, प्रकाश आदि उचित मात्रा में नहीं मिल पाते हैं। इससे पौधों का विकास रुक जाता है। फसल की उपज एवं गुणवत्ता पर प्रभाव पड़ता है। फसल में खरपतवार से कीट एवं रोगों के प्रकोप का भी खतरा बढ़ जाता है। अगर समय पर इस पर नियंत्रण न किया जाए तो पूरी फसल खराब हो जाती है। आज इस आर्टिकल के माध्यम से किसानों को मक्के की फसल में खरपतवार से होने वाले नुकसान एवं इस पर नियंत्रण के उपाय बताएंगे। जिससे किसान अधिक उपज प्राप्त कर सकें। तो जानने के लिए पढ़िए यह आर्टिकल।

खरपतवार से फसल में होने वाले नुकसान

  • खरपतवार भूमि में मौजूद आवश्यक पोषक तत्व एवं नमी का बड़ा हिस्सा अवशोषित कर लेती है। इससे पौधों को उचित मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं।

  • इसके अलावा खरपतवार आवश्यक प्रकाश एवं स्थान से फसल को वंचित कर देती है।

  • इससे पौधों के विकास में बाधा आती है।

  • खरपतवार से फसल की उत्पादन क्षमता और गुणवत्ता घट जाती है।

  • खरपतवार से फसल में कीट एवं रोगों के प्रकोप का खतरा बढ़ जाता है।

मक्का फसल में ऐसे करें खरपतवार पर नियंत्रण

  • खेत में पहले से मौजूद खरपतवारों को नष्ट करने के लिए 1-2 बार गहरी जुताई जरूर करें। इससे खेत में पहले से मौजूद घास की जड़ें ऊपर आकर तेज धूप में नष्ट हो जाएंगी।

  • खेत में खरपतवार को नष्ट करने के लिए कुछ समय के अंतराल पर निराई-गुड़ाई करते रहें।

  • खेत में कम से कम 2 से 3 बार निराई -गुड़ाई करें।

  • बिजाई के 2-3 दिन बाद प्रति एकड़ जमीन में 800 मिलीलीटर पैंडीमैथालीन को 100-200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।

  • 20 से 22 दिन के पौधों में घास को नष्ट करने के लिए प्रति एकड़ जमीन में 300-400 मिलीलीटर क्यूजेलेफोप इथाइल का छिड़काव करें।

  • प्रति एकड़ जमीन में 500 ग्राम एट्राजीन को 200 लीटर पानी के साथ घोलकर छिड़काव करें।

  • चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों को नष्ट करने के लिए प्रति एकड़ भूमि में 300 मिलीलीटर इमेजेथापायर का छिड़काव करें।

  • प्रति एकड़ भूमि में 400 मिलीलीटर फिनोक्साप्रोप पी ईथाइल 9.3 ई.सी का छिड़काव करें।

यह भी पढ़ें :

आशा है कि यह जानकारी आपके लिए लाभकारी साबित होगी। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा लाइक करें और अपने किसान मित्रों के साथ जानकारी साझा करें। जिससे अधिक से अधिक लोग इस जानकारी का लाभ उठा सकें और मक्के की फसल में खरपतवार को नियंत्रण कर, फसल से अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकें। इससे संबंधित यदि आपके कोई सवाल हैं तो आप हमसे कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं। कृषि संबंधी अन्य रोचक एवं महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए जुड़े रहें देहात से।


15 Likes
1 Comment
Like
Comment
Share
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ

फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ