मूंग खरीफ मौसम में खेती की जाने वाली प्रमुख दलहन फसलों में से एक है। हमारे देश में राजस्थान, महाराष्ट्र , आंध्रा प्रदेश, ओडिसा, कर्नाटक, तमिलनाडु राज्यों में मुख्य रूप से इसकी खेती की जाती है। इसकी खेती खरीफ , रबी और जायद तीनों मौसम में की जा सकती है। इस पोस्ट के माध्यम से हम खरीफ मौसम के लिए मूंग की संस्तुत किस्मों के बारे में जानकारी ले कर आए हैं।
पूसा 0672 : खरीफ मौसम में बुवाई के लिए यह उपयुक्त किस्म है। प्रति एकड़ जमीन से 380 से 400 किलोग्राम फसल की प्राप्ति होती है। फसल करीब 52 से 103 दिनों में तैयार हो जाते हैं। इसका दाना माध्यम आकर का चमकदार हरा और आकर्षक होता है।
पूसा रत्ना : इस किस्म की बुवाई करने पर 65 से 70 दिनों में फसल तैयार हो जाते हैं। प्रति एकड़ जमीन से लगभग 480 किलोग्राम फसल की उपज होती है।
पूसा 9531 : इस किस्म की खेती मुख्यतः पंजाब, हरियाणा, पश्चिम उत्तर प्रदेश, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में की जाती है। प्रति एकड़ भूमि से 480 किलोग्राम तक की पैदावार होती है। फसल को पकने में 60 से 65 दिन समय लगता है।
नरेन्द्र मूंग 1 : बिहार और झारखंड में खेती करने के लिए यह उपयुक्त किस्मों में से एक है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश और असम में भी इसकी खेती की जाती है। प्रति एकड़ खेत में बुवाई करने पर लगभग 440 से 480 किलोग्राम तक फसल प्राप्त किया जा सकता है। धूमिल दानों वाली इस प्रजाति को पकने में 65 - 70 दिन लगते हैं।
गंगा 8 : इस किस्म की खेती खरीफ और जायद दोनों में की जा सकती है। इस किस्म की बुवाई करने पर पीत शिरा और बैक्टीरियल ब्लाइट का प्रकोप कम होता है। फसल को तैयार होने में करीब 72 दिन समय लगता है। प्रति एकड़ जमीन से 368 किलोग्राम फसल की पैदावार होती है।
एम एच- 2 -15 : यह लगभग 67 दिनों में पक कर तैयार हो जाते हैं। प्रति एकड़ भूमि में इस किस्म की खेती करने पर 420 किलोग्राम तक फसल की उपज होती है। इसकी खेती बिहार , झारखंड, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिम बंगाल में की प्रमुखता से की जाती है।
इसके अलावाखरीफ मौसम में कई अन्य किस्मों जैसे पंत मूंग- 2, पंत मूंग- 4, पंत मूंग- 5, मेहा, आई पी एम- 2 – 3, शालीमार मूंग- 1, हम- 1, मधिरा- 429, एस एम एल 668, टी 44 आदि की खेती की जाती है।
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