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खीरे की फसल में सफेद मक्खी का प्रबंधन
खीरे की फसल में सफेद मक्खी का प्रबंधन
खीरा की फसल को सफेद मक्खी के प्रकोप के कारण बहुत नुकसान होता है। खीरे की अच्छी पैदावार प्राप्त करने के लिए इन पर नियंत्रण करना बहुत जरूरी है। अगर आप सफेद मक्खियों को नहीं पहचानते हैं तो यहां से इस कीट की पहचान के साथ इनके लक्षण एवं बचाव के उपाय की जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं।
कैसे करें पहचान?
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यह कीट आकार में छोटे होते हैं और इनका रंग सफेद होता है।
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इनका शरीर सफेद मोम की तरह दिखने वाले पदार्थ से ढका होता है।
प्रकोप का लक्षण
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इस तरह के कीट पत्तियों का रस चूसते हैं।
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धीरे-धीरे पत्तियां पीली होने लगती हैं।
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प्रकोप बढ़ने पर पौधों का विकास रुक जाता है।
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यह कीट कई तरह के रोगों को एक पौधे से दूसरे पौधे में फैलाने का काम करती हैं।
रोकथाम के उपाय
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इससे बचने के लिए 10 लीटर पानी में 6 मिलीलीटर इमीडाक्लोप्रिड 17.8% एस.सी मिला कर छिड़काव करें।
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इसके अलावा प्रति लीटर पानी में 2.5 मिलीलीटर डाइमेथोएट 30 ई.सी मिलाकर भी छिड़काव कर सकते हैं।
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खीरे की फसल को फल छेदक कीट के प्रकोप से बचाने के उपाय यहां से देखें।
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