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जुकिनी : जानें खेती के लिए उचित समय, मिट्टी और जलवायु
जुकिनी : जानें खेती के लिए उचित समय, मिट्टी और जलवायु
जुकिनी को चप्पन कद्दू के नाम से भी जाना जाता है। यह कद्दू की एक विदेशी किस्म है, जो लंबे और गोल आकार के साथ हरे एवं पीले रंग के होते हैं। चप्पन कद्दू की खेती पॉलीहाउस में पूरे साल और खुले खेत में मौसम के अनुरूप की जाती है। यह 60 से 70 दिनों में पूरी तरह से पककर तैयार हो जाती है। चप्पन कद्दू पोषण से भरपूर होता है। साथ ही कम वसा युक्त होने के कारण यह वजन घटाने में भी सहायक है। चप्पन कद्दू के पौधे झाड़ियों जैसे होते हैं जिनकी लम्बाई करीब 3 फीट तक होती है। इसके एक पौधें पर केवल 7 से 8 फल आते हैं। स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों के लिए यह एक पसंदीदा सब्जी है। जिसके कारण सामान्य कद्दू की तुलना में किसानों के लिए चप्पन कद्दू की खेती लाभकारी साबित हो सकती है। चप्पन कद्दू की खेती के लिए उचित समय, जलवायु और उपयुक्त भूमि से संबंधित जानकारी यहां से देखें।
जुकिनी की खेती के लिए उचित समय
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खुले खेतों में बुवाई का समय नवंबर से दिसंबर तक का होता है।
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पॉलीहाउस में यह साल में तीन बार उगाया जा सकता है।
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जनवरी से अप्रैल माह तक इसकी पहली फसल लगा देनी चाहिए।
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अप्रैल से अगस्त का महीना दूसरी फसल के लिए उपयुक्त होता है।
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तीसरी फसल सितंबर से दिसंबर के महीने तक लगा देनी चाहिए।
खुले खेतों में जुकिनी की खेती के लिए उचित मौसम और जलवायु
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ग्रीष्म या जायद का मौसम चप्पन कद्दू की खेती लिए उपयुक्त होता है।
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इसकी खेती के लिए उष्णकटिबंधीय जलवायु सबसे उपयुक्त होती है।
जुकिनी की खेती के लिए उचित मिट्टी
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अच्छी फसल के लिए बलुई दोमट मिट्टी या दोमट मिट्टी में इसकी खेती करनी चाहिए।
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भूमि का पी.एच. मान 6 से 7 होना चाहिए।
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इसकी खेती के लिए उचित जल निकासी युक्त भूमि का चयन करें।
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