पोस्ट विवरण
सुने
फूल
डॉ. प्रमोद मुरारी
कृषि विशेषयज्ञ
2 year
Follow

जरबेरा की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी एवं जलवायु

जरबेरा की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी एवं जलवायु

जरबेरा फूलों की मांग भारत के अलावा अन्य देशों में भी होती है। यह सूरजमुखी की तरह दिखने वाला रंग-बिरंगा फूल है। गुलदस्तों में एवं विभिन्न समारोहों की सजावट में इसका सबसे अधिक उपयोग किया जाता है। इसकी खेती के द्वारा किसान कम समय में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। लेकिन उच्च गुणवत्ता के फूलों के लिए उपयुक्त मिट्टी एवं जलवायु की जानकारी होना आवश्यक है। आइए इस विषय में विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।

जरबेरा की खेती के लिए उपयुक्त समय

  • इसकी खेती वर्ष भर की जा सकती है।

  • बेहतर पैदावार के लिए इसकी खेती सितंबर-अक्टूबर महीने में करें।

जरबेरा की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी

  • इसकी खेती के लिए उचित जल निकासी वाली उपजाऊ भूमि का चयन करें।

  • बेहतर पैदावार के लिए इसकी खेती कार्बनिक पदार्थों से भरपूर बलुई दोमट मिट्टी में करें।

  • मिट्टी का पी.एच. स्तर 5 से 8 के बीच होना चाहिए।

जरबेरा की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु

  • इसकी खेती के लिए उष्ण एवं समशीतोष्ण जलवायु की आवश्यकता होती है।

  • इसके पौधे अधिकतम 35 डिग्री सेंटीग्रेड और न्यूनतम 10 डिग्री सेंटीग्रेड तक तापमान सहन कर सकते हैं।

  • इससे कम या इससे अधिक तापमान में पौधों का विकास धीमी गति से होता है।

यह भी पढ़ें :

हमें उम्मीद है इस पोस्ट में दी गई जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको इस पोस्ट में दी गई जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अधिक से अधिक किसान मित्र इस जानकारी का लाभ उठाते हुए आलू की बेहतर फसल प्राप्त कर सकें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें। अपने आने वाले पोस्ट में हम जरबेरा की खेती से जुड़ी कुछ अन्य जानकारियां साझा करेंगे। तब तक पशु पालन एवं कृषि संबंधी अधिक जानकारियों के लिए जुड़े रहें देहात से।

12 Likes
1 Comment
Like
Comment
Share
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ

फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ