बछड़े के जन्म के बाद से 3 महीने तक का समय बहुत महत्वपूर्ण होता है। आंकड़ों के अनुसार 0 से 3 महीने तक के बछड़ों की मृत्यु दर अधिक होती है। इसका मुख्य कारण है सही देखभाल की कमी। बछड़े के बेहतर स्वास्थ्य के लिए इस समय उनकी उचित देखभाल करना बहुत जरूरी है। जन्म के समय बछड़ों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम होती है। जिससे बछड़े बहुत जल्दी कई तरह के रोगों के चपेट में आ सकते हैं। उचित देखभाल करने से बछड़े पर होने वाले खर्च में कमी भी आएगी। आइए नवजात बछड़े की देखभाल से जुड़ी जानकारियां यहां से प्राप्त करें।
बछड़े की देखभाल कैसे करें?
बछड़े को खीस पिलाएं
जन्म के बाद 1 घंटे के अंदर बछड़े को करीब 1 लीटर मां का पहला दूध पिलाएं। इसे सामान्य भाषा में कोलेस्ट्रम या खीस के नाम से जाना जाता है। खीस में अन्य दूध की तुलना में ज्यादा विटामिन, मिनरल, प्रोटीन, फैट एवं एनर्जी होती है। इसके सेवन से बछड़े में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
खीस की मात्रा
बछड़े को 1-1 लीटर कर के दिन में 3 बार खीस पिलाएं।
गाय एवं भैंस बछड़े के जन्म के बाद 3 दिनों तक खीस देती हैं। बछड़े के बेहतर स्वास्थ्य के लिए 3 दिनों तक लगातार इसका सेवन कराएं।
कृत्रिम खीस
कई बार कुछ कारणों से गाय-भैंस खीस का उत्पादन नहीं कर पाते हैं। ऐसे में बछड़े को कृत्रिम खीस पिलाएं।
कृत्रिम खीस तैयार करने के लिए 500 मिलीलीटर गुनगुना पानी में 500 मिलीलीटर दूध एवं 1 अंडा एवं 3 मिलीलीटर अरंडी का तेल मिलाएं। तैयार किए गए इस कृत्रिम खीस का सेवन 1 बार में कराएं।
जन्म के 3 दिनों बाद से 30 दिनों बाद तक बछड़े का आहार
जन्म के चौथे दिन से ले कर 30 दिनों तक बछड़े को उसके वजन का 10 प्रतिशत भाग दूध पिलाना है।
अगर किसी कारण बछड़ेको पिलाने के लिए दूध की कमी ह रही है तो 7 दिनों बाद से हम बछड़े को मिल्क रिप्लेसर दे सकते हैं।
कीड़े मारने की दवा
बछड़े के जन्म से 7वें से 10वें दिन तक बछड़े को कृमि नाशक यानी पेट के कीड़े मारने की दवा पिलाएं।
बछड़े को 10 ग्राम पिपराजिन (Piperazine) नामक कीड़े मारने की दवा पिलाएं।
15 दिनों के बछड़े का आहार
जब बछड़े 15 दिनों के हो जाएं तब उनके आहार में काफ स्टार्टर (Calf Starter) शामिल करें।
आप चाहें तो घर में भी आसानी में काफ स्टार्टर बना सकते हैं। 100 किलोग्राम काफ स्टार्टर बनाने के लिए आपको 42 किलोग्राम अनाज (मक्का, जौ, आदि) के साथ 35 किलोग्राम खली (मूंगफली, बिनोले, सरसों, आदि की खली), 10 किलोग्राम चोकर (गेहूं, राइस ब्रान, आदि की चोकर), 10 मछली का चूरा (फिश मील), 2 किलोग्राम खनिज एवं 1 किलोग्राम साधारण नमक को अच्छी तरह मिला कर मिश्रण तैयार करें।
बछड़े को दिन में केवल 50 ग्राम काफ स्टार्टर दें। धीरे-धीरे इसकी मात्रा बढ़ा कर 100 ग्राम तक ले जाएं। 15वें दिन से 1 महीने तक के बछड़े को इसका सेवन कराएं।
बछड़े जब 1 महीने के हो जाएं तब 1 से 1.5 किलोग्राम दूध की मात्रा कम कर दें।
इसके बाद काफ स्टार्टर की मात्रा हर हफ्ते 100 से 125 ग्राम तक बढ़ाते जाएं।
बछड़े जब 45 दिन के हो जाएं तब उन्हें दोबारा पेट के कीड़े मारने की दवा दें।
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