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जल-तनावग्रस्त
जल-तनावग्रस्त
भारत में, 85-89% पानी का उपयोग कृषि के लिए होता है। इसके अलावा लगभग 5% पानी का उपयोग पीने और घरेलू उद्देश्यों के लिए हो रहा है जिसमें कृषि के लिए इस्तेमाल होने वाले पानी की एक छोटी सी बचत भी पीने के लिए पानी की उपलब्धता पर बड़ा एवं महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है।
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जल-तनावग्रस्त क्षेत्र क्या है?
जब एक क्षेत्र में जल स्तर नीचा होने या पानी की खराब गुणवत्ता होने से पीने के पानी की मांग उपलब्ध मात्रा से अधिक हो जाती है तो उसे जल-तनाव ग्रस्त क्षेत्र कहा जाता है।
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भारत में जल-तनावग्रस्त क्षेत्र।
विश्व संसाधन संस्थान (डब्ल्यूआरआई) द्वारा जारी ‘एक्वाडक्ट वाटर रिस्क एटलस’ के अनुसार, भारत दुनिया के 17 'अत्यंत जल-तनाव वाले देशों के बीच तेरहवें स्थान पर है। भारत में नौ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अत्यंत उच्च जल स्तर के क्षेत्रों के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इस सूची में चंडीगढ़ सबसे ऊपर है, जिसमें हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब, गुजरात और मध्य प्रदेश शामिल हैं।
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