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जानें पपीता की बिजाई एवं देखभाल का सही तरीका

जानें पपीता की बिजाई एवं देखभाल का सही तरीका

पपीता पूरे साल में उगाया जाने वाला एक फलदार पौधा है। इसे 10 डिग्री सेंटीग्रेड से 44 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान पर उगाया जा सकता है। पपीते के बीज को जमने में लगभग 2 हफ्तों का समय लगता है। इस समय मिट्टी में सही मात्रा में नमी बनाए रखना अहम भूमिका निभाता है। इसके अलावा उचित जल निकास युक्त दोमट मिट्टी पपीते की खेती के लिए उत्तम होती है। साथ ही भूमी की गहराई 45 सेंटीमीटर से कम नहीं होनी चाहिए। अगर आप भी पपीते की खेती करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए बिजाई और देखभाल के उपाय एक बेहतर पैदावार प्राप्त करने में आपकी मदद कर सकते हैं।

पपीते बिजाई के लिए उपयुक्त स्थान

  • जल भराव से मुक्त स्थान का चयन करें।

  • खेत पानी की आपूर्ति के नजदीक होना चाहिए।

  • पर्याप्त मात्रा में धूप का प्रकाश मिलना चाहिए।

  • पपीता की खेती लिए चयनित स्थान पालतू और जंगली जानवरों से सुरक्षित होना चाहिए।

पपीता की बिजाई एवं उचित देखभाल

  • बीज पूर्ण रूप से पका हुआ, अच्छी तरह सूखा हुआ और शीशे के बंद जार या बोतल में रखा हुआ होना चाहिए।

  • बीज 6 महीने से पुराना नहीं होना चाहिए।

  • बीज बोने का सही समय फरवरी से मार्च का होता है।

  • पपीते की बिजाई क्यारियों में करें।

  • बिजाई के लिए 2 गुणा 2 मीटर के गड्ढे बनाना चाहिए जिसमें 10 दिन पहले 20 किलोग्राम गोबर की खाद, 500 ग्राम सुपर फास्फेट और 250 ग्राम म्यूरेट आफ पोटाश को मिट्टी में मिलाकर भर देना चाहिए।

  • क्यारियों के बीच की दूरी 10 सेंटीमीटर रखें और बीज के बीच 3 सेंटीमीटर की दूरी रखें।

  • गर्मी में 4 से 7 दिन के अंतर पर सिंचाई करें।

  • कीड़ों से बचाव के लिए नीम की खली का प्रयोग करें।

  • हर महीने पौधे में गोबर की खाद डालते रहें।

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