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विभा कुमारी
कृषि विशेषयज्ञ
3 year
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इस माह करें इन फूलों की खेती जो देंगी अधिक मुनाफा

इस माह करें इन फूलों की खेती जो देंगी अधिक मुनाफा

पारम्परिक खेती की तुलना में फूलों की खेती में मुनाफे की संभावना अधिक है। फूलों की खेती में लागत भी कम होती है और रख-रखाव की भी अधिक आवश्यकता नहीं होती। इन फायदों को देखते हुए फूलों की खेती की तरफ किसानों का रुझान बढ़ता जा रहा है।

कुछ वर्षों पहले तक फूलों की खेती में केवल गुलाब, गेंदा, सूरजमुखी, अड़हुल, आदि फूलों की ही खेती की जाती थी। लेकिन इन दिनों किसान इन फूलों के साथ कई अन्य फूलों की खेती भी करते हैं। जिनमे जरबेरा, जीनिया, रजनीगंधा, ग्लेडियोलस, कमल, लीली, समेत कई अन्य फूल भी शामिल हैं। यदि आप भी करना चाहते हैं फूलों की खेती तो यहां से आप मार्च महीने में खेती की जाने वाली कुछ फूलों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

  • सूरजमुखी : सूरजमुखी की खेती के लिए गर्मियों का मौसम सर्वोत्तम है। इसकी खेती फूलों के अलावा बीज प्राप्त करने के लिए भी की जाती है। यह देखने में जितने खूबसूरत होते हैं उतने की गुणकारी भी होते हैं।

  • जीनिया : इसके पौधे आकार में छोटे होते हैं और पौधों को लगाने के कुछ दिनों बाद फूल खिलने शुरू हो जाते हैं। रंग-बिरंगे फूलों के कारण इसकी मांग अधिक होती है। इसके पौधों को बहुत अधिक रख-रखाव की आवश्यकता नहीं होती है। जीनिया की हाइब्रिड किस्मों के फूल बहुत आकर्षक होते हैं।

  • लीली : आकर्षक फूलों के कारण लीली की मांग हमेशा बनी रहती है। इसके फूल सफेद, गुलाबी और पीले रंग के होते हैं। विभिन्न समारोहों की सजावट, गुलदस्ता आदि में इसका सर्वाधिक प्रयोग किया जाता है। इसकी खेती कंदों की रोपाई के द्वारा की जाती है। लीली के कंद प्याज की तरह नजर आते हैं।

  • पियोनी : इसकी खेती गर्मी एवं ठंड दोनों मौसम में की जाती है। गर्मी के मौसम गहरे रंग के फूलों वाली किस्मों की खेती करनी चाहिए, जिनमे लाल, पीले एवं बैंगनी रंग शामिल हैं। इसकी खेती के लिए उपजाऊ मिट्टी की आवश्यकता होती है।

  • पेटूनिया : इसके फूल लाल, पीले, सफेद, बैंगनी, गुलाबी, आदि कई रंग के होते हैं। इसके पौधों में अनेक शाखाएं होती हैं और पौधे फूलों से भरे होते हैं। इसकी खेती के लिए ऐसे स्थान का चयन करें जहां पर्याप्त मात्रा में धूप आती हो।

  • ग्लेडियोलस : इसके पौधों को उचित जल निकासी वाली मिट्टी एवं धूप की आवश्यकता होती है। इसकी खेती मुख्यतः कंद की रोपाई के द्वारा की जाती है। हालांकि बीज के द्वारा भी खेती की जा सकती है। इसके फूल लाल, पीले, नारंगी, बैंगनी, सफेद, गुलाबी, आदि कई रंगों के होते हैं। खूबसूरत होने के कारण गुलदस्ता बनाने के लिए इसका उपयोग सबसे अधिक किया जाता है।

हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसान मित्रों के साथ साझा भी करें। जिससे अन्य किसान मित्र भी इन फूलों की खेती कर के अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकें। इससे जुड़े सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।

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