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चारे की फसल
डॉ. प्रमोद मुरारी
कृषि विशेषयज्ञ
3 year
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हरे चारे के लिए करें बरसीम की बुवाई

हरे चारे के लिए करें बरसीम की बुवाई

पौष्टिक और स्वादिष्ट होने के कारण बरसीम पशुओं का पसंदीदा चारा है। इसकी खेती रबी के मौसम में की जाती है। ठंड के मौसम में पशुओं के लिए हरे चारे की सबसे ज्यादा दिक्कत होती है। बरसीम की खेती करके इस समस्या से आसानी से छुटकारा मिल सकता है। बरसीम की बुवाई से जुड़ी कुछ जानकारियां जैसे बीज की मात्रा, बीज उपचार करने की विधि, बुवाई का तरीका आदि जानने के लिए इस पोस्ट को पूरा पढ़ें।

बीज की मात्रा

  • प्रति एकड़ खेत में खेती करने के लिए 8 से 10 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है।

बीज उपचार की विधि

  • सबसे पहले बीज को 12 से 14 घंटे तक पानी में भिगोकर रखें।

  • इसके बाद बीज को राइजोबियम कल्चर से उपचारित करें।

  • राइजोबियम कल्चर से उपचारित करने के लिए गर्म पानी में 250 ग्राम गुड़ का 10 प्रतिशत घोल तैयार करें।

  • घोल के ठंडे होने के बाद उसमें कल्चर पाउडर को अच्छी तरह मिलाएं।

  • इस मिश्रण को 25 से 30 किलोग्राम बीज पर छिड़ककर मिलाएं।

  • इसके बाद बीज को छांव में रखकर सुखाएं।

  • उपचारित बीज की बुवाई 24 घंटे के अंदर करें।

खाद एवं उर्वरक

  • बरसीम की फसल को अधिक नाइट्रोजन की आवश्यकता नहीं होती है।

  • प्रति एकड़ खेत में 9.5 किलोग्राम नाइट्रोजन, 32 किलोग्राम फास्फोरस और 8 किलोग्राम पोटाश मिलाएं।

बुवाई की विधि

  • बरसीम की बुवाई खेत में क्यारियां बना कर करनी चाहिए।

  • इसके अलावा छिटकाव विधि से भी इसकी बुवाई की जा सकती है।

  • छिटकाव विधि से बुवाई करने के लिए खेत में पर्याप्त मात्रा में नमी होनी चाहिए।

  • इसके लिए खेत में समान रूप से बीज का छिड़काव करें।

  • इसके बाद हल्का पाटा चला दें।

  • इस बात का ध्यान रखें कि बीज अधिक गहराई में न जाए।

  • क्यारियों में बुवाई करने के लिए खेत में जुताई करने के बाद क्यारियां तैयार कर लें।

  • क्यारियों के बीच 20 से 25 सेंटीमीटर की दूरी रखें।

  • इसके बाद सभी क्यारियों पर बीज की बुवाई करें।

इस तरह से बीज उपचारित कर के बुवाई करने से आप बेहतर फसल प्राप्त कर सकते हैं। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।

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