पोस्ट विवरण
सुने
फूल
डॉ. प्रमोद मुरारी
कृषि विशेषयज्ञ
3 year
Follow

ग्लेडियोलस : अधिक मुनाफे के लिए रखें इन बातों का ध्यान

ग्लेडियोलस : अधिक मुनाफे के लिए रखें इन बातों का ध्यान

अधिक मुनाफा फसलों की पैदावार एवं गुणवत्ता पर निर्भर करता है। यदि आप फूलों की खेती करते हैं तो ग्लेडियोलस की खेती आपके लिए लाभदायक साबित हो सकती है। लाल, गुलाबी, सफेद, नारंगी, पीला, जामुनी, आदि कई रंगों के ग्लेडियोलस के फूलों की खेती से अधिक मुनाफा कमाने के लिए इस पोस्ट में बताई गई बातों को ध्यान में रखें।

अच्छी पैदावार के लिए उपयुक्त मिट्टी खेत की तैयारी, कंद की रोपाई, खाद एवं उर्वरक की मात्रा, आदि की जानकारी होना आवश्यक है। आइए इस विषय में विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।

ग्लेडियोलस के लिए उपयुक्त मिट्टी

कुछ फसलों के उचित विकास के लिए भारी मिट्टी की आवश्यकता होती है और कुछ फसलों के लिए रेतीली मिट्टी, दोमट मिट्टी, क्षारीय मिट्टी अधिक फायदेमंद साबित होती है। खेती के लिए फसलों का चयन हमेशा मिट्टी के अनुसार करना चाहिए।

  • ग्लेडियोलस की खेती उपजाऊ दोमट मिट्टी में करें।

  • मिट्टी का पीएच स्तर 5.5 से 7.0 के बीच होना चाहिए।

खेत की तैयारी

सही तरह से खेत तैयार करने पर अच्छी पैदावार होती है एवं कीट और खरपतवारों का खतरा भी कम होता है। जुताई के समय सही मात्रा में उर्वरकों का प्रयोग करें। उर्वरकों की सही मात्रा पौधों के उचित विकास के लिए आवश्यक है।

  • ग्लेडियोलस के लिए खेत तैयार करते समय प्रति एकड़ खेत में 50 किलोग्राम नाइट्रोजन, 50 किलोग्राम फास्फोरस और 10 किलोग्राम पोटाश मिलाएं।

  • खरपतवार पर नियंत्रण के लिए रोपाई से 2 सप्ताह पहले प्रति लीटर पानी में 5 मिलीलीटर ग्लाइफोसेट मिलाकर छिड़काव करें।

  • फूलों की अच्छी गुणवत्ता के लिए प्रति एकड़ खेत में 10 से 12 टन सड़ी हुई गोबर की खाद मिलाएं।

  • खेत की अच्छी तरह जुताई करने के बाद जमीन की सतह से 15 से 25 सेंटीमीटर की ऊंचाई पर क्यारियां बनाएं।

कंद की रोपाई एवं कंद उपचारित करने की विधि

रोपाई से पहले कंदों को उपचारित करना बेहद जरूरी है। कंदों को उपचारित करने से कई तरह के कीट एवं हानिकारक रोगों से पौधों को बचाया जा सकता है। वहीं यदि सही तरह से रोपाई नहीं की गई तो इसका सीधा असर पैदावार पर होता है।

  • रोपाई से पहले प्रति लीटर पानी में 2 ग्राम कैप्टन मिलाकर कंदों को उपचारित करें।

  • कंदों की रोपाई 15 सेंटीमीटर की दूरी पर करें।

  • घनकन्द से पौधे निकलने पर पहली सिंचाई करें।

यह भी पढ़ें :

हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो हमारे पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अन्य किसान मित्र भी ग्लेडियोलस की सही तरीके से खेती कर के उचित मुनाफा कमा सकें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।

18 Likes
Like
Comment
Share
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ

फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ