पोस्ट विवरण
घर की बगिया में लगने वाले प्रमुख रोगों से पौधों का ऐसे करें बचाव
घर की बगिया में लगने वाले प्रमुख रोगों से पौधों का ऐसे करें बचाव
इन दिनों घर में बागबानी करने का चलन बढ़ता जा रहा है। ऐसे में यदि आप भी घर की बगिया में पौधे लगा रहे हैं तो पौधों में लगने वाले कुछ प्रमुख रोगों की जानकारी होना भी आवश्यक है। कई बार कुछ रोगों के कारण पौधों के विकास में बाधा आती है। वहीं कई बार पौधे सूखने लगते हैं। आइए घर की बगिया में लगे पौधों को क्षति पहुंचाने वाले कुछ प्रमुख रोगों पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
-
चूर्णिल आसिता रोग : इस रोग को पाउडरी मिल्ड्यू के नाम से भी जाना जाता है। इस रोग से प्रभावित पौधों के तनों, पत्तियों और फूलों पर सफेद रंग का पाउडर जैसा परत उभरने लगता है। रोग का प्रकोप बढ़ने पर कलियां खिल नहीं पाती हैं। पौधों को इस रोग से बचाने के लिए 1 मिलीलीटर हेक्साकोनजोल 5 प्रतिशत या 3 ग्राम सल्फर 80 प्रतिशत डबल्यूपी का छिड़काव करें। आवश्यकता होने पर 12 से 15 दिनों के अंतराल पर 2 से 3 बार छिड़काव करें।
-
आर्द्र गलन रोग : इस रोग से मुख्य रूप से नर्सरी के छोटे पौधे प्रभावित होते हैं। इस रोग से प्रभावित पौधों का तना काला हो कर सड़ने लगता है। पौधों को इस रोग से बचाने के लिए बुवाई से पहले प्रति किलोग्राम बीज को 3 ग्राम थीरम से उपचारित करें।
-
रस्ट रोग : इस रोग से प्रभावित पौधे की पत्तियों और शाखाओं पर भूरे से काले रंग के धब्बे उभरने लगते हैं। रोग का प्रकोप बढ़ने पर पौधों के विकास में बाधा आती है। प्रभावित पौधों में फल एवं फूल कम आते हैं।
यह भी पढ़ें :
-
फूलों की खेती से मिलेगी मुनाफे की खुशबू। अधिक जानकारी यहां से प्राप्त करें।
हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको इस पोस्ट में दी गई जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अधिक से अधिक व्यक्तियों तक यह जानकारी पहुंच सके। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें। पशु पालन एवं कृषि संबंधी अन्य रोचक एवं ज्ञानवर्धक जानकारियों के लिए जुड़े रहें देहात से।
जारी रखने के लिए कृपया लॉगिन करें
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ