पोस्ट विवरण
गेहूं : फसल को नष्ट करता जड़ माहू, इस करें नियंत्रण
गेहूं : फसल को नष्ट करता जड़ माहू, इस करें नियंत्रण
जड़ माहू यानी रूट एफिड गेहूं की फसल को क्षति पहुंचाने वाले कीटों में शामिल हैं। यह कीट समूह में आक्रमण करते हैं। यह कीट हल्के हरे रंग के होते हैं। इस कीट का प्रकोप होने पर गेहूं की पैदावार में 15 से 20 प्रतिशत तक कमी आती है।
गेहूं की फसल में जड़ माहू से होने वाले नुकसान
-
यह कीट पौधों की जड़ों का रस चूस कर फसल को क्षति पहुंचाते हैं।
-
इसके साथ ही यह कीट भूमि की सतह के पास एवं भूमिगत तने को भी क्षति पहुंचाते हैं।
-
जिससे पौधों की पत्तियां सूखने लगती हैं एवं पौधे कमजोर नजर आने लगते हैं।
-
प्रभावित पौधों के आस-पास मीठे चिपचिपे पदार्थों को खाने के लिए चींटियां आने लगती हैं।
-
यह चीटियां जड़ माहू को अन्य पौधों में फैलाने का काम करती हैं।
जड़ माहू पर नियंत्रण के तरीके
-
इस कीट के प्रकोप से बचने के लिए बुवाई से पहले प्रति किलोग्राम बीज को 1.5 ग्राम इमिडाक्लोप्रिड 17.8 एस.एल. से उपचारित करें।
-
जैविक उपचार के तौर पर प्रति लीटर पानी 5 मिलीलीटर नीम का तेल मिला कर प्रयोग करें।
-
इसके अलावा प्रति लीटर पानी में 1 मिलीलीटर इमिडाक्लोप्रिड 17.8 एस.सी. मिला कर भी प्रयोग कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें :
-
गेहूं की फसल में सरसों की खली के उपयोग की जानकारी यहां से प्राप्त करें।
हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको इस पोस्ट में दी गई जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अधिक से अधिक किसान मित्र इस जानकारी का लाभ उठाते हुए जड़ माहू पर नियंत्रण कर सकें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।
जारी रखने के लिए कृपया लॉगिन करें
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ