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गेहूं की फसल में झंडा पत्ता रोग, जानें कारण, लक्षण एवं नियंत्रण के तरीके
गेहूं की खेती करने वाले इन दिनों फसल में झंडा पत्ता रोग होने की शिकायत कर रहे हैं। इस रोग को लीफ प्लेग रोग के नाम से भी जाना जाता है। इस रोग के होने पर फसल को भारी नुकसान पंहुचता है। गौर करने वाली बात यह है कि इस रोग पर नियंत्रण के लिए अभी तक कोई कारगर दवा उपलब्ध नहीं है। इसलिए पौधों को झंडा पत्ता रोग से बचाने के लिए इस रोग का कारण एवं बचाव की जानकारी होना बहुत जरूरी है। आइए इस पोस्ट के माध्यम से हम झंडा पत्ता रोग पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
झंडा पत्ता रोग का कारण
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आवश्यकता से अधिक मात्रा में खरपतवार नाशक का प्रयोग करना।
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समय से पहले या देर से खरपतवारनाशी दवाओं का प्रयोग करना।
झंडा पत्ता रोग के लक्षण
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इस रोग से प्रभावित पौधों की पत्तियां मुड़ने लगती हैं।
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इस रोग के लक्षण पौधों में बालियां आने पर नजर आते हैं।
झंडा पत्ता रोग से बचाव के उपाय
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इस रोग से बचाव के लिए सही समय पर खरपतवार नाशक का प्रयोग करें।
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खरपतवार नाशक का प्रयोग करते समय मात्रा का विशेष ध्यान रखें।
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गेहूं की खेत में बार-बार खरपतवार नाशक दवाओं का प्रयोग करने से बचें।
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खरपतवारों पर नियंत्रण के लिए निराई-गुड़ाई या मल्चिंग विधि का प्रयोग करें।
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