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विभा कुमारी
कृषि विशेषयज्ञ
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गेहूं: इस तरह करें बीज का उपचार, मिलेगी भरपूर पैदावार

गेहूं: इस तरह करें बीज का उपचार, मिलेगी भरपूर पैदावार

गेहूं की पैदावार कई बातों पर निर्भर करती है। कई बार अच्छी तरह खेत तैयार करने, उचित मात्रा में उर्वरकों का प्रयोग करने एवं बुवाई के लिए बेहतरीन किस्मों का चयन करने के बाद भी फसल कई तरह के रोगों एवं कीटों की चपेट में आ जाती है। जिसका मुख्य कारण है बुवाई से पहले बीज उपचार की प्रक्रिया को अनदेखा करना। हालांकि इन दिनों बाजार में ज्यादातर बीज पहले से उपचारित होते हैं। उन्हें उपचारित करने की आवश्यकता नहीं होती है। लेकिन यदि आप अपने घर के बीज या पिछली फसल से प्राप्त बीज को बुवाई के लिए इस्तेमाल करना चाहते हैं इसका उपचार करना बहुत जरूरी है।

बात करें बीज उपचारित करने के फायदों की तो इसका सबसे बड़ा फायदा अंकुरण में होता है। उपचारित बीज का  प्रयोग करने से अंकुरण बेहतर तरीके से होता है। इसके साथ ही कई फफूंद जनित रोग एवं कीटों के प्रकोप का खतरा भी कम हो जाता है। केवल इतना ही नहीं, उपचारित बीज का प्रयोग कर के हम मिट्टी से होने वाले रोगों से भी पौधों का बचाव कर सकते हैं। साथ ही ग्रब एवं दीमक जैसे कीटों पर भी आसानी से लगाम लगाया जा सकता है। परिणामस्वरूप हमें उच्च गुणवत्ता की फसल प्राप्त होती है और गेहूं की उपज में भी वृद्धि होती है।

कैसे करें बीज का उपचार?

  • बुवाई से पहले प्रति किलोग्राम गेहूं के बीज को 2.5 ग्राम कार्बेन्डाज़िम से उपचारित करें।

  • प्रति किलोग्राम बीज को 1.25 ग्राम टेबुकोनाजोल से उपचारित करने पर भी बेहतर परिणाम मिलते हैं।

रखें इन बातों का ध्यान

  • उपचारित बीज को धूप में न सूखाएं।

  • ट्राइकोडर्मा विरिडी से उपचारित बीज को फफूंदनाशक से उपचारित करने की गलती न करें। ऐसा करने से ट्राइकोडर्मा में मौजूद फसल के लिए लाभदायक फफूंद भी नष्ट हो सकते हैं। इसलिए बीज को पहले फफूंदनाशक से उपचारित करने के बाद ही ट्राइकोडर्मा विरिडी का प्रयोग करें।

  • बीज उपचारित करने के बाद हाथ को अच्छी तरह पानी से साफ करें।

  • दवाओं को बच्चों एवं पशुओं की पहुंच से दूर रखें।

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आप गेहूं की बेहतर पैदावार के लिए डीडबल्यूएस 777 या डीडबल्यूएस 323 किस्मों का भी चयन कर सकते हैं। यह किस्में पहले से उपचारित हैं। आप अपने नजदीकी देहात केंद्र से गेहूं की इन किस्मों की खरीदारी कर सकते हैं। इसके अलावा आप हाइपरलोकल सुविधा के द्वारा इन किस्मों को अपने घर तक मंगा सकते हैं। इन किस्मों की अधिक जानकारी के लिए आप टोल फ्री नंबर 1800-1036-110 पर संपर्क कर सकते हैं। गेहूं की खेती से जुड़े अपने सवाल कमेंट के माध्यम से पूछें।

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