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गेहूं : बालियों के बेहतर विकास के लिए करें यह महत्वपूर्ण कार्य
गेहूं : बालियों के बेहतर विकास के लिए करें यह महत्वपूर्ण कार्य
मार्च महीने की शुरुआत में गेहूं के पौधों में बालियां बनने लगती हैं। इस समय हमारी जरा सी लापरवाही के कारण बालियों के विकास में बाधा आ सकती है। जिसका सीधा असर फसल की पैदावार एवं गुणवत्ता पर होता है। इस समय फसल को खरपतवारों से मुक्त रखने के साथ विभिन्न रोगों एवं कीटों पर भी नियंत्रण करना आवश्यक है। कई बार रस चूसक कीटों के कारण गेहूं की बालियों का बेहतर विकास नहीं हो पाता है। इसके अलावा इस समय पोषक तत्वों की भी कमी पूरी करना जरूरी है। आइए बिस पोस्ट के माध्यम से हम गेहूं की बालियों के बेहतर विकास के लिए किए जाने वाले कार्यों पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
गेहूं की बेहतर विकास के लिए किए जाने वाले कार्य
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प्रति एकड़ भूमि में 1 किलोग्राम एनपीके 0:52:34 खाद का प्रयोग करें। इसके प्रयोग से फसल में फॉस्फोरस एवं पोटाश की पूर्ति होती है। जिससे बालियां एक समान एवं दानों से भरी हुई बनती हैं।
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पौधों में बालियां आने के समय 15 लीटर पानी में 25 ग्राम देहात नैनो रेड मिला कर छिड़काव करें।
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बालियों में दाने बनने के समय 15 लीटर पानी में 25 से 30 ग्राम देहात नैनो ब्लू मिला कर छिड़काव करें।
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इसके साथ ही प्रति एकड़ खेत में 200 लीटर पानी में 100 ग्राम बोरान मिला कर छिड़काव करें। बोरान का प्रयोग से बालियां लम्बी, मोटी एवं चमकदार बनती हैं।
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बालियां बनने के समय खेत में नमी की कमी नहीं होनी चाहिए। अगर मिट्टी में नमी की कमी हो रही है तो सिंचाई करें।
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