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धनिया : आर्द्र गलन रोग से बचाव
धनिया : आर्द्र गलन रोग से बचाव
धनिया रबी मौसम में किसानों को लाभ दिलाने वाली कुछ प्रमुख फसलों में से एक है। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि कुछ रोगों के कारण फसलें पूरी तरह नष्ट हो जाती हैं। आज हम धनिया के पौधों में लगने वाले आर्द्र गलन रोग यानि डैंपिंग ऑफ के बारे में जानकारी लेकर आए हैं।
रोग का कारण
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इस रोग के होने का मुख्य कारण है अधिक नमी एवं ज्यादा ठंड।
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इसके अलावा मौसम की अनुकूलता से भी यह रोग होता है।
रोग का लक्षण
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आमतौर पर बीज के अंकुरण के समय इस रोग का प्रकोप देखा जाता है।
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आर्द्र गलन रोग होने पर पौधों की जड़ें गलने लगती हैं।
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रोग बढ़ने पर पौधे नष्ट हो जाते हैं।
बचाव के उपाय
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खेत में जल जमाव न होने दें।
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रोग से पौधों को बचाने के लिए प्रति किलोग्राम बीज को 3 ग्राम कार्बेन्डाज़िम या थीरम से उपचारित करें।
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प्रति किलोग्राम बीज को 2 ग्राम बाविस्टिन से भी उपचारित कर सकते हैं।
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