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धान: नर्सरी में होने वाली खरपतवार पर ऐसे करें नियंत्रण
धान: नर्सरी में होने वाली खरपतवार पर ऐसे करें नियंत्रण
धान के पौधों की रोपाई से पहले नर्सरी तैयार की जाती है। नर्सरी तैयार करते समय कई सावधानियों एवं समस्याओं का सामना करना पड़ता है। नर्सरी तैयार करते समय किसान के सामने खरपतवार की समस्या आती है। इस पर समय से नियंत्रण करना जरूरी है वरना पौधों की गुणवत्ता पर असर पड़ता है। इससे पौधों को अधिक नुकसान होता है। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम किसानों को खरपतवार से होने वाल नुकसान एवं इसके रोकथाम के उचित उपाय बताएंगे। जिनको अपनाकर किसान समय से खरपतवार पर नियंत्रण पा सकते हैं। तो जानने के लिए पढ़िए यह आर्टिकल।
खरपतवार से होने वाले नुकसान
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खरपतवार से पौधों को उचित मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं।
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इससे पौधों का विकास प्रभावित होता है।
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खरपतवार से पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। इससे पौधे आसानी से कीटों एवं बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं।
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कुछ खरपतवार धान के बीज की गुणवत्ता को खराब कर देते हैं।
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खरपतवार से पौधों में 30 से 80 प्रतिशत तक नुकसान देखने को मिलता है।
नर्सरी के समय उचित खरपतवार प्रबंधन
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बीज की बुवाई से पहले नर्सरी वाले खेत में अच्छी तरह सिंचाई करें या पानी से भरकर छोड़ दें।
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अब कुछ दिन बाद इसमें खरपतवार निकलने लगेगी।
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खेत में खड़ी खरपतवार को खुरपी या पैडीवीडर से निकाल दें।
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अब खेत की गहरी जुताई करें और खेत को अच्छी तरह धुप लगने दें।
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बुवाई के लिए प्रमाणित बीज का ही प्रयोग करें।
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बीज बुवाई के बाद खरपतवार नियंत्रण के लिए 80 ग्राम यूपीएल साथी दवा का प्रति एकड़ के हिसाब से प्रयोग करें।
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बीज की बुवाई के बाद खरपतवार को रोकने के लिए 800 मिलीलीटर प्रोटीलाक्लोर 30.7 प्रतिशत ई.सी. का प्रति एकड़ के हिसाब से प्रयोग करें।
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इसका प्रयोग मिट्टी या पानी में मिलाकर कर सकते हैं।
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इस दवा का छिड़काव बीज बुवाई के 24 से 72 घंटों के अंदर करें।
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बुवाई के 10 से 15 दिनों बाद यदि नर्सरी में खरपतवार नजर आयें तो खुरपी से निराई-गुड़ाई करें।
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बुवाई के समय प्रयोग में लाए जाने वाले यंत्रों की अच्छे से सफाई करें।
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धान की कतरों के बीच दूरी कम रखें।
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आशा है कि यह जानकारी आपके लिए लाभकारी साबित होगी। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा लाइक करें और अपने किसान मित्रों के साथ जानकारी साझा करें। जिससे अधिक से अधिक लोग इस जानकारी का लाभ उठा सकें और धान के लिए नर्सरी तैयार करते समय खरपतवार पर नियंत्रण कर, फसल से अधिक लाभ प्राप्त कर सकें। इससे संबंधित यदि आपके कोई सवाल हैं तो आप हमसे कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं। कृषि संबंधी अन्य रोचक एवं महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए जुड़े रहें देहात से।
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