तिलहन फसलों में सरसों की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। इसकी खेती रबी मौसम में की जाती है। अगर आप भी करना चाहते हैं इस मौसम में सरसों की खेती तो इसकी उन्नत किस्मों की जानकारी होना आवश्यक है। इस पोस्ट के द्वारा हम हाइब्रिड सरसों की एक बेहतरीन किस्म की जानकारी आपके साथ साझा कर रहे हैं। इस किस्म का नाम देहात डीएमएस गोल्ड है। यह काली सरसों की किस्म है। काली सरसों को विभिन्न क्षेत्रों में राई के नाम से भी जाना जाता है। आइए इस किस्म की विशेषताएं एवं पैदावार पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
इस किस्म की बुवाई का सही समय
इस किस्म की बुवाई के लिए सितंबर-अक्टूबर का महीना उपयुक्त है।
बुवाई की विधि
बेहतर पैदावार के लिए कतार में बुवाई करें।
सभी कतारों के बीच 35 से 40 सेंटीमीटर की दूरी रखें।
पौधों से पौधों के बीच 10 से 15 सेंटीमीटर की दूरी होनी चाहिए।
क्या है इस किस्म की विशेषताएं?
पौधे में ऊपर से नीचे तक शाखाएं फैली होती हैं।
सभी शाखाओं में फलियां भरी होती हैं।
फलियों में अधिक दाने होते हैं।
अन्य किस्मों की तुलना में इस किस्म में तेल की मात्रा अधिक होती है।
यह किस्म कई रोगों के लिए प्रतिरोधी है।
खेती के लिए क्यों करें इस किस्म का चयन?
इस किस्म के दानों में 40 से 42 प्रतिशत तक तेल की मात्रा होती है।
फसल को पक कर तैयार होने में 125 से 135 दिनों का समय लगता है।
प्रति एकड़ भूमि में खेती करने पर करीब 13.5 क्विंटल तक पैदावार होती है।
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