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चेरी टमाटर की खेती है मुनाफे का सौदा, जानें इसकी किस्म एवं खेती की विधि
चेरी टमाटर की खेती है मुनाफे का सौदा, जानें इसकी किस्म एवं खेती की विधि
चेरी टमाटर सामान्य टमाटर से आकार में छोटे और स्वाद में मीठे होते हैं। चेरी टमाटर की साल भर में मुख्यतः दो किस्में उगाई जाती है। एक किस्म छोटी बेलों के साथ झाड़ीदार पौधों पर उगती है और केवल एक मौसम में फल देती है। वहीं दूसरी फसल लंबी बेलों के रूप में उगती है जो पूरे साल फल देती है। आमतौर पर भारत में चेरी
टमाटर की खेती गर्मियों के मौसम में की जाती है। जिसके लिए 19 डिग्री सेल्सियस से 30 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान अनुकूल माना गया है। अगर आप भी कर रहे हैं चेरी टमाटर की खेती तो हमारे साथ विस्तार से जानें चेरी टमाटर की खेती के तरीके और इसकी किस्मों के बारे में।
चेरी टमाटर की किस्में
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काली चेरी
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चेरी रोमा
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टोमेटो टो
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कर्रेंट चेरी
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येलो पियर
चेरी टमाटर की रोपाई और देखभाल
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चेरी टमाटर के लिए जल निकासी वाली जगह और दोमट मिट्टी को सर्वोत्तम माना गया है।
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चेरी टमाटर बसंत के महीने में लगाने चाहिए।
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चेरी टमाटर के बीज छोटे होते हैं इसलिए अंकुरण के लिए कोको पीट का प्रयोग कर सकते है।
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पौधों को अच्छी नर्सरी स्थिति में उगाया जाना चाहिए।
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खेती के लिए उचित प्रकाश युक्त क्षेत्र का चयन करें।
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रोपाई से पहले पर्याप्त मात्रा में खेत में सिंचाई करें। ताकि पौधों की जड़े अच्छे से मिट्टी पकड़ सके।
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चेरी टमाटर की रोपाई के 1.5 से 2 मीटर की पंक्तियों तैयार करें। जिसमें पौधों की आपसी दूरी 60 सेंटीमीटर रखें।
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रोपाई के तुरंत बाद सिंचाई शुरू कर दें।
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पौधों के बढ़ने के साथ बेल के लिए डंडे या तारों को प्रयोग करें।
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अच्छी पैदावार के लिए समय-समय पर पानी और खाद देते रहें।
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पौधों की खुराक के लिए 10-टन एफवाईएम, 60 किलोग्राम डीएपी,45 किलोग्राम पोटाश का म्यूरेट, 50 किलोग्राम माध्यमिक पोषक मिश्रण और 10 किलोग्राम सूक्ष्म पोषक मिश्रण प्रति एकड़ का प्रयोग करें।
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