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चायपत्ती से कैसे तैयार करें एक बेहतरीन उर्वरक?

चायपत्ती से कैसे तैयार करें एक बेहतरीन उर्वरक?

चायपत्ती का इस्तेमाल एक बेहतरीन जैविक खाद के तौर पर किया जा सकता है। इसमें नाइट्रोजन की मात्रा अधिक पाई जाती है। इसलिए आवश्यकता से अधिक मात्रा में चायपत्ती की खाद का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। अधिक मात्रा में इसके प्रयोग से पौधों के जड़ों की जलने की संभावना बढ़ जाती है। अगर आप भी पौधों में चायपत्ती से बने खाद का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो खाद तैयार करने की विधि एवं इसके फायदों की जानकारी होना आवश्यक है। आइए इस विषय में विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।

चायपत्ती में कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं?

  • चायपत्ती में 4.4 प्रतिशत नाइट्रोजन, 0.24 प्रतिशत फॉस्फोरस एवं 0.25 प्रतिशत पोटाश की मात्रा पाई जाती है।

  • इसके साथ ही इसमें Tannin की मात्रा भी पाई जाती है। जो पौधों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक है।

चायपत्ती से कैसे तैयार करें उर्वरक?

  • सबसे पहले इस्तेमाल की हुई चायपत्ती को 3 से 4 बार अच्छी तरह पानी से साफ करें।

  • इस्तेमाल की गई चायपत्ती को साफ नहीं करने पर फफूंदों के पनपने की संभावना बढ़ जाती है।

  • चायपत्ती को साफ करने के बाद पानी को अलग करें।

  • इसके बाद चायपत्ती को खुली धूप में 2 से 3 दिनों तक अच्छी तरह सूखाएं।

  • सूखने के बाद इसका इस्तेमाल पौधों में कर सकते हैं।

पौधों में चायपत्ती की खाद इस्तेमाल करने के फायदे

  • पौधों में पोषक तत्वों की कमी पूरी होती है।

  • इसे इस्तेमाल करने से मिट्टी के पी.एच. स्तर में सुधार होता है।

  • इसके साथ ही मिट्टी की संरचना में भी सुधार होती है।

  • गुलाब, इत्यादि फूलों के आकार, रंग एवं संख्या में वृद्धि होती है।

  • फफूंद जनित रोगों से पौधों का बचाव होता है।

  • पौधों की जड़ों तक ऑक्सीजन पंहुचता है।

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