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ब्रोकली की खेती के लिए कैसे करें नर्सरी की तैयारी
ब्रोकली की खेती के लिए कैसे करें नर्सरी की तैयारी
ब्रोकली में विटामिन, कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन आदि कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। फूल गोभी के पौधों में जहां एक पौधे से केवल एक फूल प्राप्त होता है, वहीं ब्रोकली के एक पौधे से कई ब्रोकली के फूल प्राप्त होते हैं। मुख्य खेत में पौधों की रोपाई से पहले इसकी नर्सरी तैयार की जाती है। इसकी खेती से पहले नर्सरी तैयार करने की विधि यहां से देख सकते हैं।
नर्सरी की तैयारी के लिए उपयुक्त समय
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नर्सरी तैयार करने का सबसे अच्छा समय सितंबर-अक्टूबर का महीना है।
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मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अगस्त-सितंबर में इस की नर्सरी तैयार की जाती है।
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अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मार्च-अप्रैल में नर्सरी तैयार करें।
नर्सरी की तैयारी
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नर्सरी तैयार करते समय मिट्टी की अच्छी तरह जुताई करके मिट्टी को भुरभुरी बना लें।
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अब मिट्टी में अच्छी तरह सड़ी हुई गोबर की खाद मिलाएं।
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इसके बाद बीज की बुवाई के लिए नर्सरी में क्यारियां बना लें।
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क्यारियों की ऊंचाई जमीन की सतह से करीब 3-4 सेंटीमीटर ऊंची रखें।
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इन क्यारियों में लगभग 4 से 5 सेंटीमीटर की दूरी पर बीज की बुवाई करें
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बीज की बुवाई 2.5 सेंटीमीटर की गहराई पर करें। इससे बीज का अंकुरण अच्छा होता है।
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बुवाई से पूर्व बीज को फफूंदनाशक जैसे कैप्टान 50 डबल्यूपी 1 ग्राम/100 बीज की दर से उपचरित कर के बुवाई करें।
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बुवाई के बाद क्यारियों को घास या पुआल से ढक दें।
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बीज के अंकुरण के बाद घास या पुआल को क्यारियों से निकाल दें।
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नर्सरी में नमी की कमी ना होने दें। पौधों में पानी सुबह के समय दें।
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नर्सरी में जल जमाव न होने दें। जल जमाव होने से बीज के सड़ने की संभावना बढ़ जाती है।
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खरपतवार के नियंत्रण पर विशेष ध्यान दें।
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नर्सरी में खरपतवार की अधिकता से पौधों को उचित पोषक तत्व नहीं मिलता और पौधे कमजोर हो जाते हैं।
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पौधों में अद्रपतन (जड़ व तना गलन) के लक्षण दिखाई देने पर 30 ग्राम प्रति पंप मैंकोजेब 75 % डबल्यूपी या मेटलेक्सिल 35% डबल्यूएस या देहात फूल स्टॉप का छिड़काव करें।
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