पोस्ट विवरण
सुने
कृषि
मक्का
कल्पना
कृषि विशेषयज्ञ
1 year
Follow

बेहतर कीमत पाने के लिए ऐसे करें मक्के की तुड़ाई, जानिए इसके मापदंड

बेहतर कीमत पाने के लिए ऐसे करें मक्के की तुड़ाई, जानिए इसके मापदंड

धान और गेहूं के बाद भारत में मक्का तीसरी सबसे अधिक उगाई जाने वाली फसल है। तरह-तरह की जलवायु में खेती होने के कारण भारत के लगभग सभी राज्यों में मक्के की खेती की जा सकती है। हालांकि फसल में कई प्रकार के रोग, कीट प्रकोप के कारण किसानों को फसल का सही दाम नहीं मिल पता है। मक्के की फसल से अच्छे भाव पाने के लिए चमकदार दानोंं के साथ उनमें उचित नमी की मांग होती है। इसके अलााव भी फसल में कई माप दंड ऐसे हैं, जिसके अंतर्गत किसान अपनी गुणवत्तापूर्ण फसल की पहचान कर सकते है।

मक्के की गुणवत्ता के मुख्य मानक

  • मक्के में तुड़ाई के समय पर 25 प्रतिशत और भंडारण के लिए 13 प्रतिशत नमी का होना आवश्यक है। फसल में आवश्यकता से अधिक नमी अनाज में फंफूद जनित रोगों का कारण बन सकती है।

  • खेत में स्थित डंडल के टुकड़े, धूल, कंकड, मिट्टी, पत्तियां जैसे आदि तत्व भी बाजार में मक्के की कीमत में कमी का कारण बनते हैं। दानों से इस प्रकार के सभी अनावश्यक तत्वों को अलग करने के लिए 4 मिलीमीटर वाली छलनी का प्रयोग किया जा सकता है।

  • ख़राब मक्के के दाने का भण्डार में होना भी एक बड़ी समस्या हो सकती है। इसके अंतर्गत टूटे हुए या कीड़ों द्वारा क्षतिग्रस्त बीज मुख्य है। इस तरह के बीज स्वस्थ बीजों को खराब कर सकते हैं।

  • अलग-अलग किस्मों के बीजों का मिश्रण भी बाजार में मक्के की कीमत को कम करता है। इसलिए तुड़ाई के समय विभिन्न किस्म के भुट्टों को अलग-अलग करें ।

यह भी पढ़ें:

मक्के की खेती से जुड़ी अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए टोल फ्री नंबर 1800-1036-110 पर कॉल करके या फिर कमेंट बॉक्स के माध्यम से भी आप हमें सवाल पूछ सकते हैं।

आशा है पोस्ट में दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी, कृपया इसे लाइक करें और अन्य किसान मित्रों के साथ शेयर करें। जिससे सभी किसान इस जानकारी का लाभ उठा सकें। कृषि संबंधित ज्ञानवर्धक और रोचक जानकारियों के लिए जुड़े रहें देहात से।

10 Likes
2 Comments
Like
Comment
Share
banner
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ

फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ