सामान्यतौर पर किसान धान, गेहूं, मक्का, आदि पारम्परिक फसलों की खेती करते हैं। लेकिन इन पारम्परिक फसलों के अलावा कई ऐसी फसलें हैं जिनकी खेती से किसान कम समय में लाखों की कमाई कर सकते हैं। आज हम बात कर रहे हैं लोबिया एवं ग्वार की। बहुउपयोगी फसल होने के कारण इन फसलों की खेती छोटे किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है। आइए लोबिया एवं ग्वार की मांग में लगातार वृद्धि होने के कारण एवं इन फसलों की खेती करने से किसानों को मिलने वाले लाभ की विषय में विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
क्यों बढ़ रही है लोबिया एवं ग्वार की मांग?
बहुउपयोगी फसल होने के कारण इन फसलों की मांग लगातार बढ़ती जा रही है।
प्रोटीन से भरपूर होने के कारण शाकाहारी भोजन ग्रहण करने वाले व्यक्ति इन फसलों को अपने आहार में शामिल कर रहे हैं।
औषधि गुणों से भरपूर होने के कारण इन विदेशों में इन फसलों की मांग बढ़ रही है।
लोबिया एवं ग्वार की खेती के फायदे
इन फसलों की खेती से मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार होता है।
यह मिट्टी के कटान को भी रोकने में सहायक है।
इस फसलों की खेती में लागत कम आती है जिससे किसानों को अधिक मुनाफा होता है।
इन फसलों से दाने यानी बीज प्राप्त करने के अलावा इसका उपयोग पशुओं के लिए हरे चारे के तौर पर किया जाता है।
इसके अलावा इन फसलों को हरी खाद के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है।
ग्वार की बीज से गोंद निकाल कर दवाओं का निर्माण किया जाता है।
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