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बैंगन
विभा कुमारी
कृषि विशेषयज्ञ
3 year
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बैंगन की फसल में सफेद मक्खी से बचाव के उपाय

बैंगन की फसल में सफेद मक्खी से बचाव के उपाय

सफेद मक्खी को व्हाइट फ्लाई के नाम से भी जाना जाता है। यह कीट बैंगन के अलावा कई अन्य फसलों को भी नुकसान पहुंचाते हैं। यदि आप बैंगन की खेती कर रहे हैं और पौधों में सफेद मक्खी के लक्षण नजर आ रहे हैं तो बचाव के उपाय यहां से देखें। अगर आपको सफेद मक्खियों की पहचान नहीं है तो यहां से आप इन मक्खियों की पहचान एवं इनसे होने वाले नुकसान की जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं।

कीट की पहचान

  • यह मक्खियां सफेद रंग की होती हैं।

  • इनके अंडे सफेद एवं मटमैले रंग के होते हैं।

होने वाले नुकसान

  • सफेद मक्खियां पत्तियों का रस चूसती हैं। जिससे पत्तियां सिकुड़ जाती हैं।

  • कुछ समय बाद पत्तियां लाल होकर गिरने लगती हैं।

  • प्रकोप बढ़ने पर पौधों का विकास रुक जाता है। जिससे पैदावार में भारी कमी आती है।

  • इसके अलावा यह मक्खियां वायरस रोगों को एक पौधे से दूसरे पौधों में फैलाने का काम करती हैं।

बचाव के उपाय

  • सफेद मक्खियों से निजात पाने के लिए 150 लीटर पानी में 50 मिलीलीटर देहात हॉक मिलाकर पौधों के ऊपर छिड़काव करें। (यह मात्रा प्रति एकड़ खेत के अनुसार है।)

  • इसके अलावा आप प्रति लीटर पानी में 1 मिलीलीटर इमिडाक्लोप्रिड 17.8 प्रतिशत एससी मिलाकर छिड़काव कर सकते हैं।

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इस पोस्ट में दी गई दवाओं के प्रयोग से बैंगन की फसल को सफेद मक्खियों के प्रकोप से आसानी से बचाया जा सकता है। अगर आपको यहां दी गई जानकारी महत्वपूर्ण लगी है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।
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