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बैंगन:बनरी/ बांझी रोग
Author : Dr. Pramod Murari
बांझी रोग में पतियाँ छोटे व गुच्छेदार दिखती है. बैंगन का फलन भी कम या नहीं होता है. यह फुदका कीट से फैलता है. रोगी पौधों को उखाड़ कर जला दें या गड्ढा खोद कर दबा दें. पुराने बीज का उपयोग नहीं करें. 15 ग्रा. कार्बोफुरोन (सुमो 3जी) को 5 लीटर पानी में घोल लें. अब, इस घोल से बैंगन के शिशु-पौध को उपचारित कर खेत में रोपाई करा दें. रोग होने के बाद प्रति टंकी पानी में 10-12 मिली विक्टर या टाटामिडा के साथ 20 ग्रा. मिलटाफ का छिड़काव करायें तथा 3-4 दिनों बाद, 30 मिली नुट्रीजाइम और 5 ग्रा. एगवाइटल को प्रति 15 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करा दें.
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2 September 2020
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