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बैंगन : फलों को चमकदार बनाने के लिए पोषक तत्वों का प्रयोग
बैंगन : फलों को चमकदार बनाने के लिए पोषक तत्वों का प्रयोग
भारत में बैंगन की खेती लगभग सभी क्षेत्रों में की जाती है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन ए और बी जैसे तत्व पाए जाते हैं। बैंगन के फल बैंगनी, सफेद, हरे, गुलाबी एवं धारीदार होने के साथ चमकदार भी होते हैं। हालांकि कई बार मिट्टी में कैल्शियम और बोरॉन की कमी के कारण फलों की चमक धुंधली पड़ने लगती है और फसल की बिक्री पर उचित मूल्य नहीं मिल पाता है। कैल्शियम और बोरॉन की कमी फूल और फलों के गिरने का भी एक बड़ा कारण है। जिससे बचने के लिए समय-समय पर मिट्टी की जांच कर इनकी पूर्ति करते रहना आवश्यक है। बैंगन में बोरॉन और कैल्शियम की आवश्यकतानुसार मात्रा की जानकारी यहां देखें।
बोरॉन और कैल्शियम की मात्रा
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पौधों की रोपाई के समय प्रति एकड़ खेत में 1 किलोग्राम बोरॉन को मिट्टी में डालें।
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बोरोन पोषक तत्त्व की पूर्ति के लिए प्रति एकड़ खेत में 3 से 4 किलोग्राम देहात नियोबोर का प्रयोग करें।
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खड़ी फसल में सिंचाई के साथ भी बोरोन का प्रयोग कर सकते हैं।
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30 ग्राम कैल्शियम नाइट्रेट और 15 ग्राम बोरॉन का प्रयोग प्रति टैंक की मात्रा के अनुसार करें।
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कैल्शियम नाइट्रेट की 20-25 किलोग्राम मात्रा प्रति एकड़ की दर से बुवाई से पहले डालें।
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खड़ी फसल में 5 -10 ग्राम कैल्शियम नाइट्रेट प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर छिड़काव करें।
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बेहतर परिणाम के लिए मिट्टी की जांच के अनुसार ही कैल्शियम और बोरॉन का प्रयोग करें।
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