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कल्पना
कृषि विशेषयज्ञ
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अरंडी की उन्नत किस्में

अरंडी की उन्नत किस्में

हम सभी चाहते हैं कि फसल चाहे कोई भी हो, हमें अच्छी पैदावार प्राप्त हो। अच्छी पैदावार एवं उच्च गुणवत्ता की फसल प्राप्त करने के लिए उन्नत किस्मों की जानकारी होना बेहद आवश्यक है। अगर आप अरंडी की खेती करना चाहते हैं तो यहां से आप इसकी कुछ उन्नत किस्मों के नाम एवं उनकी विशेषताएं जान सकते हैं।

कुछ उन्नत किस्में :

  • जी सी एच 4 : यह किस्म उत्तर भारतीय क्षेत्रों में खेती करने के लिए उपयुक्त है। बुवाई के करीब 50 से 60 दिनों बाद पौधों में फूल निकलने शुरू हो जाते हैं। पौधों की लंबाई 120 से 170 सेंटीमीटर होती है। इसकी खेती सिंचित एवं बारानी दोनों क्षेत्रों में की जा सकती है। इसके फलों पर कांटे कम होते हैं और बीज में 48 प्रतिशत तेल की मात्रा होती है। प्रति एकड़ जमीन से औसतन 4.8 से 7.2 क्विंटल पैदावार प्राप्त होती है। यह किस्म उकठा रोग एवं जड़ विगलन रोग के लिए प्रतिरोधी है।

  • आर एच सी 1 : यह संकर किस्मों में से एक है। इसकी खेती सिंचित एवं असिंचित दोनों क्षेत्रों में की जा सकती है। लवणीय एवं क्षारीय क्षेत्रों में भी इस किस्म की खेती कर के बेहतर फसल प्राप्त किया जा सकता है। बीज में 49.3 प्रतिशत तेल मात्रा होती है। सिंचित क्षेत्रों में प्रति एकड़ भूमि से 12.8 से 14.4 क्विंटल तक पैदावार होती है। इस किस्म में उकठा रोग का प्रकोप कम देखने को मिलता है।

  • क्रांति : इस किस्म के बीज में 50 प्रतिशत तेल की मात्रा होती है। फसल को पकने में 130 से 150 दिनों का समय लगता है। प्रति एकड़ जमीन से 6.4 से 7.2 क्विंटल उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। यह किस्म उकठा रोग के लिए सहनशील है।

  • ज्वाला 48-1 : यह बिना कांटे वाली किस्म है। बीज में 48.5 प्रतिशत तेल की मात्रा होती है। फसल लगभग 140 से 160 दिनों में तैयार हो जाते हैं। आमतौर पर प्रति एकड़ खेत से 6.4 से 7.2 क्विंटल तक पैदावार होती है।

इन किस्मों के अलावा हमारे देश में कई अन्य किस्मों की भी खेती की जाती है। जिनमे जी एयू सी एच 150, ज्योति, अरुणा, डी सी एच 177, सौभाग्य, डी सी एच 32, जी सी एच 5, भाग्य, शॉर्ट मुतांट, आर सी- 8, जी सी- 2, वी आई- 9, एस के आई- 73, आदि कई किस्में शामिल हैं।

यह भी पढ़ें :

  • अरंडी की खेती के लिए बीज की मात्रा, बीज उपचार की विधि एवं बुवाई की जानने के लिए यहां क्लिक करें।

हमें उम्मीद है इस पोस्ट में बताई गई किस्मों का चयन कर के आप अरंडी की बेहतर फसल प्राप्त कर सकेंगे। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इससे जुड़े सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।

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