पोस्ट विवरण
अरबी की अधिक पैदावार के लिए करें इन किस्मों की खेती
अरबी की अधिक पैदावार के लिए करें इन किस्मों की खेती
अरबी में प्रचुर मात्रा में स्टार्च पाया जाता है। इसके अलावा इसमें प्रोटीन, आयरन, पोटेशियम, फाइबर, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, आदि कई खनिज तत्व पाए जाते हैं। खरीफ मौसम में इसकी खेती कर के किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। लेकिन कई बार उन्नत किस्मों की जानकारी नहीं होने के कारण किसानों को उचित मुनाफा नहीं मिल पाता है। अगर आप भी करना चाहते हैं अरबी की खेती तो यहां से इसकी कुछ उन्नत किस्मों की जानकारी प्राप्त करें।
अरबी की कुछ उन्नत किस्में
-
नरेंद्र अरबी : इस किस्म के पत्ते मध्यम आकार के एवं हरे रंग के होते हैं। इस किस्म की पत्तियों के साथ तने एवं कंद भी खाने योग्य होते हैं। फसल 170 से 180 दिनों में तैयार हो जाती है। प्रति एकड़ खेत से 4.8 से 6 टन पैदावार होती है।
-
इंदिरा अरबी 1 : इस किस्म के पत्ते मध्यम आकार के और हरे रंग के होते हैं। तने का ऊपरी एवं निचला भाग बैंगनी रंग का एवं बीच का भाग हरा होता है। इसके कंद शीघ्र पकने वाले एवं स्वादिष्ट होते हैं। रोपाई के 210 से 220 दिनों बाद इसकी खुदाई की जा सकती है। प्रति एकड़ खेत से 8.8 से थर्टीन 13.2 टन पैदावार होती है।
-
श्री रश्मि : इस किस्म का पौधा लंबा एवं सीधा होता है। पत्तियां हरे रंग की एवं झुकी हुई होती हैं। पत्तियों का किनारा बैंगनी रंग का होता है। तने के ऊपर का हिस्सा हरा, मध्य एवं नीचे का हिस्सा बैंगनी रंग का होता है। इसके कंद बड़े आकार के होते हैं। यह उबालने पर शीघ्र पकने वाली किस्म है। फसल करीब 200 दिनों में खुदाई के लिए तैयार हो जाती है। प्रति एकड़ खेत से 6 से 8 टन पैदावार होती है।
-
वाइट गौरैया : इस किस्म की पत्तियां, डंठल एवं कंद खुजलाहट मुक्त होते हैं। रोपाई के करीब 180 से 190 दिनों बाद फसल की खुदाई की जा सकती है। प्रति एकड़ भूमि में खेती करने पर 6.8 से 7.6 टन पैदावार होती है।
-
इन किस्मों के अलावा अरबी की कई अन्य किस्मों की खेती भी बड़े पैमाने पर की जाती है। जिनमें श्री पल्लवी, श्री किरण, पंचमुखी, सतमुखी, आजाद अरबी, मुक्तकेशी, आदि किस्में शामिल हैं।
यह भी पढ़ें :
-
अरबी की खेती की संपूर्ण जानकारी यहां से प्राप्त करें।
हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अन्य किसान मित्र भी इन किस्मों की खेती करके बेहतर पैदावार प्राप्त कर सकें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।
जारी रखने के लिए कृपया लॉगिन करें
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ