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अंगूर की फसल के लिए उचित वातावरण
अंगूर की फसल के लिए उचित वातावरण
अंगूर की खेती व्यावसायिक रूप से महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, पंजाब, आंध्र प्रदेश, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में की जाती है। इसका वानस्पतिक नाम विटिस विनिफेरा है। इसकी पत्तियां मुलायम चमकदार और पौधे बेलियों की तरह होते हैं। अंगूर के फल गुच्छों में होते हैं।
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आमतौर पर गर्म और शुष्क वातावरण में अंगूर का विकास अच्छा होता है।
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लगभग 15 से 40 डिग्री सेल्सियस तापमान वाले क्षेत्रों में अंगूर की फसल अच्छी होती है।
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तापमान 15 डिग्री से काम होने पर कलियां टूट जाती हैं और फसल खराब हो जाता है।
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अंगूर की खेती रेतीली लोमस, रेतीली क्ले लोमस, लाल रेतीली मिट्टी, हलकी काली मिट्टी और लाल लोमस पर की जा सकती है।
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शुष्क मिट्टी होने के साथ मिट्टी में पानी रोकने की क्षमता अच्छी होनी चाहिए।
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लगभग 6.5 से 8.0 पीएच वाली मिट्टी सबसे उत्तम होती है। हालांकि इससे ज्यादा पीएच रेंज होने पर भी अंगूर की खेती की जा सकती है।
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