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विभा कुमारी
कृषि विशेषयज्ञ
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अधिक मुनाफे के लिए बुवाई से पहले करें मूंगफली के बीज का उपचार

अधिक मुनाफे के लिए बुवाई से पहले करें मूंगफली के बीज का उपचार

मूंगफली का उत्पादन इसके बीज पर निर्भर करता है। इसलिए बीज का स्वस्थ एवं कीटाणु मुक्त होना बहुत जरूरी है। कई बार देखने को मिलता है कि फसल की बुवाई के कुछ समय बाद ही फसल पर कीट या कोई बीमारी लग जाती है। यह रोग बीज जनित होते हैं। इसलिए बीज की बुवाई से पहले इनका उपचार करना बहुत आवश्यक है। लेकिन किसान बीज उपचार की विधि एवं रसायनों को लेकर आशंकित रहते हैं। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम किसानों को मूंगफली की बुवाई से पहले बीज उपचार करने की विधि बता रहे हैं। जिससे आप स्वस्थ बीज से अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकें। जानने के लिए पढ़िए यह आर्टिकल।

कैसे करें मूंगफली के बीज का उपचार

  • बीज की बुवाई से पहले 2 ग्राम थीरम को कार्बेन्डाजिम 50 प्रतिशत घुलनशील मिश्रण को 1 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचारित करें।

  • इसके 5 से 6 घंटे बाद बुवाई से पहले बीज को राइजोबियम कल्चर से उपचारित करें।

  • कल्चर को बीज में मिलाने के लिए आधा लीटर पानी में 50 ग्राम गुड़ घोलें।

  • फिर इस घोल में 250 ग्राम राइजोबियम कल्चर मिलाएं।

  • अब घोल को 10 किलोग्राम मूंगफली के बीज के ऊपर छिड़क दें।

  • अब इस मिश्रण को हल्के हाथ से बीज में मिलाएं।

  • इसके बाद बीज को 2-3 घंटे तक छाया में सूखने के लिए रखें।

रखें इन बातों का ध्यान

  • बीज की बुवाई सुबह 10 बजे तक या फिर शाम को 4 बजे के बाद करें।

  • तेज धूप में कल्चर के जीवाणु मरने की संभावना रहती है।

  • जहां पर पहली बार मूंगफली की खेती की जा रही हो या काफी समय बाद बुवाई की जा रही हो, वहां पर कल्चर का प्रयोग अवश्य करें।

  • ध्यान रखें कि बीज का उपचार करते समय बीज की त्वचा न निकल पाए।

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आशा है कि यह जानकारी आपके लिए लाभकारी साबित होगी। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा लाइक करें और अपने किसान मित्रों के साथ जानकारी साझा करें। जिससे अधिक से अधिक लोग इस जानकारी का लाभ उठा सकें और मूंगफली के बीज का उपचार कर फसल से अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकें। इससे संबंधित यदि आपके कोई सवाल हैं तो आप हमसे कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं। कृषि संबंधी अन्य रोचक एवं महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए जुड़े रहें देहात से।

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