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आम: तना छेदक से बचाव
आम: तना छेदक से बचाव
सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले फलों में शामिल आम के पेड़ में मिली बग, फल मक्खी, भुगना कीट, तना छेदक कीट, आदि का प्रकोप देखने को मिलता है। इनके प्रकोप के कारण आम के पेड़ एवं फलों को बहुत क्षति पहुंचती है। इन कीटों से निजात पाने के लिए उचित जानकारी होना बेहद जरूरी है। इस पोस्ट के माध्यम से आप तना छेदक कीट से होने वाले नुकसान एवं बचाव के उपाय देख सकते हैं।
प्रकोप के लक्षण
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यह कीट पेड़ के तने एवं शाखाओं में छोटे-छोटे छेद बनाते हैं।
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यह कीट तने में नीचे से ऊपर की तरफ छेद कर के उसे खाते हैं जिससे अंदर का भाग खोखला सुरंग की तरह हो जाता है।
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अंदर से खोखली होने के कारण डालियां कमजोर हो जाती हैं और तेज हवा में टूट कर गिरने लगती हैं।
बचाव के उपाय
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यह कीट रोशनी से आकर्षित होते हैं। इसलिए इससे निजात पाने के लिए फेरोमोन ट्रैप लगाएं।
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पेड़ को हर 15 दिनों के अंतराल पर ब्रश की सहायता से साफ करें।
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टहनियों में लगी मिट्टी एवं छाल के बुरादों को साफ करें।
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किरासन तेल या पेट्रोल को रुई में भिंगों कर कीट के द्वारा बनाए गए सुरंगों में डालें।
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सभी सुरंगो में 20 से 25 बूंद क्लोरपायरीफॉस का सांद्र घोल डालें और गीली मिट्टी से सुरंग के मुंह को बंद कर दें।
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इसके अलावा आप प्रति लीटर पानी में 2 मिलीलीटर क्लोरपायरीफॉस मिला कर छिड़काव भी कर सकते हैं।
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हमें उम्मीद है इस पोस्ट में बताए गए उपायों पर अमल कर के आप आम के पेड़ को तना छेदक कीट से बचा सकते हैं। यहां दी गई जानकारी महत्वपूर्ण लगी है तो पोस्ट को लाइक करें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें।
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