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डॉ. प्रमोद मुरारी
कृषि विशेषयज्ञ
2 year
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आम में लगने वाले रेड बैंडेड कैटरपिलर पर कैसे करें नियंत्रण?

आम में लगने वाले रेड बैंडेड कैटरपिलर पर कैसे करें नियंत्रण?

रेड बैंडेड कैटरपिलर आम के फलों को सर्वाधिक नुकसान पहुंचाने वाले कीट हैं। इस कीट के अंडे फलों के डंठल पर देखे जा सकते हैं। करीब 7 से 12 दिनों में अंडों से लार्वा निकलता है। 15 से 20 दिनों के अंदर लार्वा फलों को खाने के बाद गुठली (बीज) में भी छेद करते हैं। व्यस्क कीट दिन के समय पत्तियों के नीचे रहते हैं। आइए आम को क्षति पहुंचाने वाले रेड बैंडेड कैटरपिलर पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।

रेड बैंडेड कैटरपिलर के विभिन्न नाम

  • मैंगो सीड बोरर (आम के बीज का छिद्रक कीट)

  • मैंगो फ्रूट बोरर (आम फल का छिद्रक कीट)

  • रेड बैंडेड बोरर (लाल पट्टी वाला कीट)

रेड बैंडेड कैटरपिलर की पहचान

लार्वा

  • लार्वा बहुत छोटे आकार का होता है। कुछ दिनों में इसकी लंबाई बढ़ कर 2 सेंटीमीटर तक हो सकती है।

  • लार्वा हल्के पीले रंग के होते हैं जिन पर गुलाबी रंग की धारियां बनी होती हैं।

  • बड़े होने के साथ लार्वा चमकदार होते हैं और उनका रंग गहरा लाल हो जाता है। साथ ही शरीर पर सफेद रंग की धारियां भी होती हैं।

व्यस्क कीट

  • पूर्ण रूप से विकसित कीट धूसर रंग के होते हैं एवं कीट के पंख हल्के नीले रंग के होते हैं।

  • कीट की लम्बाई करीब 12 मिलीमीटर होती है।

रेड बैंडेड कैटरपिलर के प्रकोप का लक्षण

  • लार्वा फलों में छेद कर के अंदर के गूदे को खाते हैं।

  • फलों के साथ यह कीट आम की गुठली में भी छेद करते हैं।

  • प्रभावित फलों पर काले रंग के धब्बे उभरने लगते हैं।

  • प्रभावित फल समय से पहले गिरने लगते हैं।

रेड बैंडेड कैटरपिलर पर कैसे करें नियंत्रण?

  • प्रभावित फलों को (जिन पर काले धब्बे नजर आए) तोड़ कर नष्ट कर दें।

  • आम में मंजर आने के बाद 2 महीने तक 15 दिनों के अंतराल पर नीम के तेल का छिड़काव करें।

  • लैम्ब्डा साइहेलोथ्रिन 5 ई.सी का प्रयोग लाभदायक सिद्ध होता है। इसके लिए आप प्रति लीटर पानी में 0.5 से 1 मिलीलीटर सिन्जेंटा कराटे मिला कर छिड़काव करें।

  • इसके अलावा डेल्टामेथ्रिन 2.8 ई.सी के प्रयोग से भी इस कीट पर नियंत्रण कर सकते हैं। इसके लिए प्रति लीटर पानी में 0.3 से 0.5 मिलीलीटर बयार डेसिस 2.8 मिला कर छिड़काव करें।

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