पोस्ट विवरण
आलू: बीज उपचार
आलू: बीज उपचार
बुवाई से पहले बीज को उपचारित करना बेहद आवश्यक है। बीज उपचारित करने के कई फायदे होते हैं। यदि आप इन फायदों से अनजान हैं तो यहां से आप बीज उपचारित करने के फायदे देख सकते हैं। इसके साथ ही इस पोस्ट में दी गई दवाओं से आलू की बीज उपचारित कर के आप रोग रहित फसल भी प्राप्त कर सकते हैं।
बीज उपचारित करने के लाभ
-
बीज उपचारित करने से फसल को कई तरह के मृदा जनक रोगों से बचाया जा सकता है।
-
उपचारित बीज की बुवाई करने से उच्च गुणवत्ता की फसल प्राप्त होती है।
-
कई तरह के कीटों से भी फसलों की रक्षा होती है।
बीज उपचारित करने की विधि
-
बीज को बुवाई से करीब 24 घंटे पहले उपचारित करना चाहिए।
-
यदि बीज कंदो का आकार बड़ा है तो उपचारित करने से पहले इसकी कटाई करें।
-
प्रति किलोग्राम बीज को 4 ग्राम ट्राइकोडर्मा विरिडी से उपचारित करें।
-
इसके अलावा प्रति किलोग्राम बीज को 2 ग्राम कार्बेन्डाज़िम से भी उपचारित कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें :
-
आलू के बड़े बीज कंदो को काटने का तरीका एवं सावधानियों की जानकारी प्राप्त करने के लिए यहां क्लिक करें।
इस पोस्ट में बताए गए तरीके से आलू के बीज को उपचारित करने से आप उच्च गुणवत्ता की बेहतर फसल प्राप्त कर सकते हैं। यदि आपको यह जानकारी आवश्यक लगी है तो हमारे पोस्ट को लाइक करें। इसके साथ ही इस पोस्ट को अन्य किसान मित्रों के साथ साझा भी करें। इससे जुड़े सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं।
जारी रखने के लिए कृपया लॉगिन करें
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ