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यदि ऐसे किया भंडारण तो लम्बे समय तक सुरक्षित रहेगा आलू
यदि ऐसे किया भंडारण तो लम्बे समय तक सुरक्षित रहेगा आलू
सब्जियों के भंडारण की विधि हर किसान के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यदि आप फ़सल के भंडारण की उचित विधि नहीं जानते हैं तो कई बार हाथ में आई फ़सल से भी हाथ धोना पड़ सकता हैं। हालांकि अन्य सब्जियों से आलू की तुलना करें तो आलू की भंडारण क्षमता अधिक होती है। यदि सही तरीके के आलू को भंडारित किया जाए तो इसे कई महीनों तक खराब होने से बचाया जा सकता है। आलू की खुदाई के बाद इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण जो काम है वह है इसका भंडारण, ताकि न सिर्फ इसको खराब होने से बचाया जा सके बल्कि सही समय पर इसका अच्छा भाव भी लिया जा सके। यदि आप आलू की खेती करते हैं तो आलू के भंडारण के समय ध्यान में रखने वाली बातें यहाँ ध्यान से पढ़ें।
आलू भंडारण के समय ध्यान देने योग्य बातें।
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सबसे पहले तापमान की बात करें तो करीब 10 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान आलू के भंडारण के लिए उपयुक्त है।
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आलू को लम्बे समय तक भंडारित करने के लिए 2 से 4 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान उपयुक्त है।
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आलू को रेफ्रिजरेटर में नहीं रखना चाहिए। इससे आलू के स्वाद पर प्रतिकूल असर होता है।
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आलू का भंडारण हमेशा किसी हवादार जगह में करें।
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भंडार गृह के लिए किसी शांत एवं अंधेरी जगह का चयन करें।
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ऐसी जगह जहां हवा नहीं आती है वहां आलू का भंडारण न करें। इससे आलू जल्दी खराब होने लगते हैं।
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भंडार गृह पूरी तरह सूखा होना चाहिए। उसमें नमी होने पर आलू भंडारण और उसकी सुरक्षा पर विपरीत असर होता है।
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यदि किसी बक्से में आलू को भंडारित कर रहें तो आलू के प्रत्येक परत के बीच अखबार जरूर रखें।
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समय-समय पर भंडार गृह का निरीक्षण करते रहें।
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यदि कोई आलू खराब है तो बाहर निकालें। जिससे अन्य आलू भी खराब होने से बचे रह सकें।
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भंडारण से पहले आलू को पानी से साफ न करें। इससे आलू में नमी बढ़ती है और भंडारण कम होता है।
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यदि आलू हरे, भूरे, सिकुड़े हुए नजर आने लगे और उनमे गंध हो तो ऐसे आलू को बाहर निकालें।
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अंकुरित आलू को भी अलग करें।
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