पोस्ट विवरण
सुने
अंजीर
कल्पना
कृषि विशेषयज्ञ
2 year
Follow

अंजीर : इन किस्मों की करें खेती, होगी अच्छी पैदावार

अंजीर : इन किस्मों की करें खेती, होगी अच्छी पैदावार

अंजीर के फल में कैल्शियम, विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी, फाइबर, आदि कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसलिए इसका सबसे अधिक उपयोग सूखे मेवे की तरह किया जाता है। हालांकि इसके ताजे फलों की भी मांग होती है। पके हुए फलों में शक्कर की मात्रा अधिक होती है। बाजार में अधिक मूल्य पर बिक्री होने के कारण इसकी खेती करने वाले किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। अंजीर की बेहतर पैदावार प्राप्त करने के लिए खेती के समय उन्नत किस्मों का चयन करें। आइए इस पोस्ट के माध्यम से हम अंजीर की कुछ उन्नत किस्मों पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।

अंजीर की उन्नत किस्में

  • पंजाब अंजीर : इस किस्म के पीले रंग के होते हैं। फल आकार में बड़े एवं खाने में स्वादिष्ट होते हैं। बीज की रोपाई के करीब 2 वर्ष बाद पौधों में फल आने शुरू हो जाते हैं। 4 से 5 वर्ष के प्रत्येक पौधे से लगभग 15 किलोग्राम तक फलों की पैदावार होती है।

  • पूनेरी अंजीर : इस किस्म के पौधे न्यूनतम 4 डिग्री सेंटीग्रेड एवं अधिकतम 44 डिग्री सेंटीग्रेड तक तापमान सहन कर सकते हैं। वातावरण में अधिक आर्द्रता होने पर पौधों पर प्रतिकूल असर होता है। पूरी तरह विकसित होने पर प्रत्येक पौधे से 20 से 25 किलोग्राम तक फलों की पैदावार होती है।

  • मार्सलीज अंजीर : इस किस्म के पौधे में अधिक तापमान को सहन करने की क्षमता होती है। फलों की भंडारण क्षमता अधिक होती है। प्रत्येक पौधे से 20 किलोग्राम के करीब अंजीर प्राप्त किया जा सकता है।

  • दिनकर अंजीर : इस किस्म के फल मध्यम आकार के होते हैं। सूखने के बाद फलों रंग हल्का पीला हो जाता है। बीज की रोपाई के करीब 3 से 4 वर्ष बाद पौधों में फल आने शुरू हो जाते हैं। प्रत्येक पौधा से करीब 20 किलोग्राम अंजीर की पैदावार होती है।

हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। यदि आपको इस पोस्ट में दी गई जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसानों के साथ साझा भी करें। जिससे अधिक से अधिक किसान मित्र इस जानकारी का लाभ उठा सकें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें। कृषि संबंधी अन्य रोचक एवं ज्ञानवर्धक जानकारियों के लिए जुड़े रहें देहात से।

6 Likes
Like
Comment
Share
फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ

फसल चिकित्सक से मुफ़्त सलाह पाएँ