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3G कटिंग के द्वारा बढ़ाएं लौकी की पैदावार
3G कटिंग के द्वारा बढ़ाएं लौकी की पैदावार
3G कटिंग के द्वारा एक ही पौधे से अधिक फल प्राप्त करने के लिए मुख्य तने एवं शाखाओं की कटाई की जाती है। इस विधि का प्रयोग लौकी के अलावा कद्दू, तोरई, करेला, खीरा, तरबूज, भिंडी, बैंगन, मिर्च, आदि पौधों में भी किया जाता है। इस तकनीक की मदद से लौकी के एक पौधे से 100 से भी अधिक फल प्राप्त किए जा सकते हैं। अगर आपको 3G कटिंग तकनीक की जानकारी नहीं है तो इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ें। यहां से आप लौकी की पैदावार में वृद्धि के लिए 3G कटिंग तकनीक की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। आइए 3G कटिंग पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
3G कटिंग का उपयुक्त समय
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बीज की रोपाई के बाद पौधों में 10 से 12 पत्तियां आने पर 3G कटिंग की जा सकती है।
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मुख्य तने की लंबाई करीब 60 सेंटीमीटर होने पर पौधों में 3G कटिंग कर सकते हैं।
3G कटिंग का सही तरीका
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3G कटिंग के लिए कम से कम 20 से 30 दिन पुराने पौधे का चयन करें।
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जड़ से निकलने वाले मुख्य तने में भूमि की सतह से लेकर 7-8 पत्तियों के बीच यदि छोटी शाखाएं निकल रही हैं तो उन्हें काट कर अलग करें।
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मुख्य तने में 10 से 12 पत्तियां आने के बाद तने के ऊपरी भाग को काट कर अलग करें। ऐसा करने से पौधे की लम्बाई रुकेगी और पौधों में नई शाखाएं आएंगी।
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मुख्य तने के ऊपरी भाग की कटाई के बाद निकलने वाली शाखाओं की भी कटाई की जाती है।
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मुख्य तने के ऊपरी भाग से निकलने वाली दो शाखाओं के अलावा अन्य सभी छोटी शाखाओं को काट कर अलग करें।
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कुछ दिनों बाद मुख्य तने से निकलने वाली दोनों शाखाओं में भी कई शाखाएं निकलेंगी। इनमें कुछ शाखाओं को छोड़कर अन्य सभी शाखाओं को काट कर अलग करें।
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3G कटिंग की अधिक जानकारी एवं इसके फायदे जानने के लिए यहां क्लिक करें।
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