ट्राइफ्लॉक्सीस्ट्रोबिन और फसलों को कीटों से कैसे बचाता है
फसलों के सबसे बड़े दुश्मन कीट होते हैं और उनकी वजह से फसल खराब हो जाती है। लेकिन इस पर रोकथाम के लिए ट्राइफ्लाक्सीस्ट्रोबीन नाम की दवा को कारगर बताया जा रहा है।
कृषि से जुड़े प्रोडक्टों को बनाने वाली कंपनी बेस्ट क्रॉप साइंस एलएलपी (बीसीएस) को फंगस को दूर करने के लिए ट्राइफ्लॉक्सीस्ट्रोबिन नामक कीटनाशक दवा को अब बना सकती है। कंपनी के मुताबिक केंद्रीय कीटनाशक बोर्ड और पंजीकरण समिति के साथ मिलकर ट्राइफ्लॉक्सीस्ट्रोबिन टेक्निकल यू/एस 9(3 ) भारत में ट्राइफ्लॉक्सीस्ट्रोबिन का निर्माण और मार्केटिंग का पहला कृषि रसायन उद्योग बन जाएगाट्राइफ्लॉक्सीस्ट्रोबिन उच्च गुणवत्ता वाला कीटनाशक होने के कारण उत्तरी अमेरिका, यूरोप, एशिया-पैसिफिक, दक्षिण अमेरिका मध्य पूर्व और अफ्रीका के घरेलू और वैश्विक बाजारों में भारी मांग है।
फसलों को कीटों से बचाने का उपाय
वहीं भारत के अनुमानित ट्राइफ्लॉक्सीस्ट्रोबिन बाजार का आकार 400 करोड़ रुपये के करीब है। वही इसका उपयोग अनाज, धान की फसलों, फलों और सब्जियों जैसे टमाटर, अंगूर, आम, मिर्च और गेहूं में फंगल रोगजनकों के खिलाफ बेहतर तरीके से काम करता है। इसलिए भारत में फंगस को दूर करने में ट्राइफ्लॉक्सीस्ट्रोबिन की ज्यादा मांग है।वहीं ट्राइफ्लॉक्सीस्ट्रोबिन टेक्निकल के पास फंगल पौधों की बीमारियों के खिलाफ नियंत्रित करने की क्षमता है। और लंबे समय तक चलने वाले, मौसम-संरक्षित रोग नियंत्रण प्रदान करने के लिए फंगसरोधी का एक सुरक्षित भंडार बनाता है।