Pyometra :- (गर्भाशय में पीक पड़ जाना)
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पायोमेट्रा में पशुओं के गर्भाशय में पिक इकट्ठी हो जाती है, इसमें पशु गर्मी में नहीं आता तथा समय-समय पर उसकी योनि से सफेद रंग का डिस्चार्ज निकलता देखा जा सकता है ।
पशु का परीक्षण करने पर उसकी योनि से सफेद रंग का दर्व पदार्थ दिखता है, गुर्दा द्वारा परीक्षण करने पर गर्भाशय फूली हुई अवस्था में पाया जाता है।। अधिकांशत: पशु के अंडाशय में (Corpus luteum) भी पाई जाती है,
इस बीमारी का पशु की गर्भावस्था से अंतर करना आवश्यक होता है क्योंकि कई बार ऐसे मादा पशु को गलती से गर्भवती समझ लिया जाता है ।।
( उपचार )
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इस बीमारी का सबसे अच्छा व आधुनिक ईलाज prostaglandin F2 Alpha injection
इस टीके के प्रयोग से सी०एल० खत्म हो जाती है जिससे पशु मद में आ जाती है और गर्भाशय में भरा सारा पिक बाहर निकाल जाता है...
होम्योपैथिक उपचार :------
1. Sepia 200° (10 drop in morning)
2. Pulsatilla 200° (10 drop in evening)